LIC का ‘बीमा सखी योजना’ के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ समझौता
Posted byvikash Last updated on July 22nd, 2025 05:43 pm
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने कहा कि उसने ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी ‘बीमा सखी योजना’ को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया है। गोवा में 8-10 जुलाई को वित्तीय समावेशन पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन ‘अनुभूति’ के दौरान इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। एलआईसी ने बयान में कहा कि उसकी ‘बीमा सखी योजना’ बीमा वितरण क्षेत्र में महिलाओं की मौजूदगी को मजबूती देने के लिए बनाई गई है।
पृष्ठभूमि भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC), देश की प्रमुख जीवन बीमा कंपनी, लंबे समय से पूरे भारत में वित्तीय सुरक्षा की आधारशिला रही है। ग्रामीण भारत में मौजूद अपार संभावनाओं और महिला-नेतृत्वित विकास के महत्व को पहचानते हुए, LIC ने ‘बीमा सखी योजना’ की शुरुआत एक लक्षित पहल के रूप में की है। यह योजना, गरीबी उन्मूलन हेतु स्वरोजगार और कौशल विकास को प्रोत्साहित करने वाले दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) के उद्देश्यों के साथ पूर्णतः मेल खाती है और इसी रणनीतिक समझौता ज्ञापन (MoU) का आधार बनती है।
महत्व यह सहयोग ग्रामीण महिलाओं को औपचारिक वित्तीय प्रणाली में सक्रिय भागीदार के रूप में शामिल कर उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रदर्शन-आधारित एजेंसी मॉडल के माध्यम से यह योजना महिलाओं को दीर्घकालिक आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करती है, ग्रामीण क्षेत्रों में बीमा कवरेज को बढ़ाती है, और वित्तीय समावेशन व महिला-नेतृत्वित उद्यमिता के सरकारी लक्ष्यों को मजबूती देती है। यह समझौता ग्रामीण भारत में आजीविका के विकल्पों का विस्तार कर घरेलू आय को बढ़ाने में भी सहायक सिद्ध होगा।
उद्देश्य
बीमा क्षेत्र में करियर के अवसर देकर ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना।
दूरस्थ क्षेत्रों में जीवन बीमा से संबंधित वित्तीय साक्षरता और जागरूकता को बढ़ाना।
ग्रामीण परिवारों की आय और आर्थिक लचीलापन सुधारना।
महिलाओं की औपचारिक वित्तीय सेवाओं में भागीदारी को बढ़ाने हेतु DAY-NRLM के लक्ष्यों से मेल करना।
प्रमुख विशेषताएँ
पात्रता: केवल महिलाएं ही बीमा सखी योजना में नामांकन कर सकती हैं।
वृत्तिका समर्थन: प्रदर्शन के आधार पर पहले वर्ष ₹7,000, दूसरे वर्ष ₹6,000 और तीसरे वर्ष ₹5,000 की सहायता राशि।
करियर पथ: नियमित LIC एजेंट की तरह सभी सुविधाएँ—कमीशन, प्रोत्साहन और मान्यता प्राप्त होती है।
NRLM से तालमेल: स्वयं सहायता समूहों (SHGs) और महिला सामूहिक संस्थाओं के साथ एकीकरण को प्रोत्साहन।
क्रियान्वयन सहयोग: ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा राज्यों में मौजूदा ग्रामीण विकास ढाँचों के माध्यम से कार्यान्वयन।