लक्ष्मी विलास बैंक (LVB) के बोर्ड ने एक शेयर स्वैप सौदे के माध्यम से इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस (IBH) के साथ निजी क्षेत्र के ऋणदाता के विलय को मंजूरी दे दी है. विलय से इंडियाबुल्स को कम लागत वाली स्थिर निधियों तक पहुंचने और बैंकिंग में प्रवेश करने में मदद मिलेगी.
विलय से तमिलनाडु स्थित LVB को बड़ी भौगोलिक उपस्थिति प्राप्त करने में मदद मिलेगी. मर्ज की गई इकाई के पास शुद्ध रूप से 19472 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 19 के नौ महीनों के लिए 1,23,393 करोड़ रूपये की ऋण पुस्तिका होगी. IBH के बोर्ड ने स्वतंत्र निदेशक और RBI के पूर्व डिप्टी गवर्नर SS मुंद्रा की अध्यक्षता में एक पुनर्गठन समिति का गठन किया है.
स्रोत- द हिंदू बिजनेस लाइन



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