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कोलकाता, कोकराझार, जमशेदपुर और शिलांग 133वें डूरंड कप की मेजबानी करेंगे

डूरंड कप का 133वां संस्करण 27 जुलाई 2024 को शुरू होगा। एशिया और भारत का सबसे पुराना क्लब-आधारित फुटबॉल टूर्नामेंट का फाइनल कोलकाता,पश्चिम बंगाल के विवेकानंद युवा भारती क्रीरंगन (साल्ट लेक स्टेडियम) में 31 अगस्त 2024 को खेला जाएगा।

133वें डूरंड कप के मैच कोलकाता, कोकराझार (असम), जमशेदपुर (झारखंड) और शिलांग (मेघालय) में आयोजित किए जाएंगे । पहली बार, जमशेदपुर डूरंड कप मैचों की मेजबानी करेगा। मोहन बागान सुपर जाइंट मौजूदा चैंपियन है जिसने पिछले साल ईस्ट बंगाल को हराकर यह ट्रॉफी जीती थी।

133वां डूरंड कप टीमें और आयोजन स्थल

  • डूरंड कप के 133वें संस्करण में इंडियन सुपर लीग, आई-लीग और सशस्त्र बलों की 24 टीमें शामिल होंगी। इस प्रतियोगिता में विदेशी टीमें भी हिस्सा ले चुकी हैं। डूरंड कप 2024 में 43 मैच होंगे, जो राउंड-रॉबिन लीग-कम-नॉकआउट प्रारूप में खेले जाएंगे और टीमों को छह समूहों में बांटा गया है।
  • टूर्नामेंट का उद्घाटन मैच, सेमीफाइनल और फाइनल कोलकाता में खेला जाएगा। कोकराझार, शिलांग और जमशेदपुर प्रत्येक एक समूह की मेजबानी करेंगे, जबकि शेष तीन समूहों के मैच कोलकाता में खेले जाएंगे।
  • कोकराझार एसएआई स्टेडियम में मैचों की मेजबानी करेगा, जमशेदपुर जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में, शिलांग जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में और कोलकाता विवेकानंद युवा भारती क्रीरांगन और किशोर भारती क्रीरांगन स्टेडियम में मैचों की मेजबानी करेगा।

कौन करता है डूरंड कप का आयोजन?

डूरंड कप की शुरुआत भारत में तैनात ब्रिटिश सशस्त्र बलों द्वारा की गई थी। पहला डूरंड कप साल 1888 में शिमला में आयोजित किया गया था। वर्तमान में, डूरंड कप का आयोजन भारतीय सेना और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है।

डूरंड कप विजेता के लिए तीन ट्राफियां

डूरंड कप टूर्नामेंट के विजेता को तीन ट्रॉफियां प्रदान की जाती हैं: डूरंड कप, शिमला ट्रॉफी और प्रेसिडेंट कप। डूरंड कप विजेता के लिए रोलिंग ट्रॉफी और मूल पुरस्कार है। शिमला ट्रॉफी शिमला के लोगों द्वारा उपहार में दी गई थी और पहली बार 1904 में दी गई थी। प्रेसिडेंट्स कप पहली बार 1956 में भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा विजेता टीम को दिया गया था।

डूरंड कप के विजेता: एक नजर में

डूरंड कप का नाम ब्रिटिश भारत के विदेश सचिव मोर्टिमर डूरंड के नाम पर रखा गया है। फुटबॉल प्रतियोगिता शुरू में भारत में ब्रिटिश रेजिमेंट तक ही सीमित था और बाद में इसे भारतीयों के लिए भी खोल दिया गया। डूरंड कप जीतने वाला पहला भारतीय क्लब 1940 में मोहम्मडन स्पोर्टिंग था।

2023 संस्करण की विजेता, मोहन बागान सुपर जाइंट, 17 खिताबों के साथ प्रतियोगिता की सबसे सफल टीम है। कोलकाता स्थित क्लब ईस्ट बंगाल ने 16 बार यह खिताब जीता है। आर्मी ग्रीन साल 2016 में कप जीतने वाली सशस्त्र बलों की आखिरी टीम थी। डूरंड कप जीतने वाली आखिरी आई-लीग टीम 2019 में गोकुलम केरल थी।

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