केरल साहित्य अकादमी, राज्य की प्रमुख साहित्यिक संस्था, ने 2024 के अपने साहित्यिक पुरस्कारों के विजेताओं की घोषणा की है, जो मलयालम साहित्य में उभरती प्रतिभाओं और अनुभवी लेखकों दोनों को सम्मानित करते हैं। ये पुरस्कार उपन्यास और कविता से लेकर नाटक, जीवनी और अनुवाद तक की विधाओं में उत्कृष्टता का सम्मान करते हैं, जो केरल में साहित्यिक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अकादमी की प्रतिबद्धता को मजबूत करते हैं।
चर्चा में क्यों?
2024 केरल साहित्य अकादमी पुरस्कारों की आधिकारिक घोषणा 26 जून, 2025 को त्रिशूर में की गई, जिसमें मलयालम साहित्य के विभिन्न योगदानों को मान्यता दी गई। इन पुरस्कारों का सांस्कृतिक महत्व बहुत अधिक है और इन्हें मलयालम लेखकों के लिए सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक माना जाता है।
प्रमुख साहित्यिक पुरस्कार:
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सर्वश्रेष्ठ उपन्यास:
जी. आर. इंदुगोपन — “आणो” -
कविता:
अनिता थंपी — “मुरिंगा वाझा करिवेप्पु” -
लघु कहानी:
वी. शिनिलाल — “गारीसप्पा अरुवि अथवा ओरु जलयात्रा” -
निबंध (सिबी कुमार स्मृति पुरस्कार):
एम. स्वराज — “पूक्कलुडे पुस्तकम्”
फेलोशिप एवं आजीवन योगदान सम्मान:
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अकादमी फेलोशिप:
के. वी. रामकृष्णन -
आजीवन साहित्यिक योगदान सम्मान:
एळच्चेरी रामचंद्रन
अतिरिक्त छह लेखक जिन्हें आजीवन योगदान पुरस्कार मिला:
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पी. के. एन. पणिक्कर
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पय्यनूर कुन्हिरामन
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एम. एम. नारायणन
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टी. के. गंगाधरन
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के. ई. एन.
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मल्लिका यूनुस
अन्य श्रेणियों में विजेता लेखक और कृतियाँ:
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नाटक:
सशीधरन नाडुविल -
साहित्य समालोचना:
जी. दिलीप -
वैज्ञानिक साहित्य:
दीपक वी. -
जीवनी / आत्मकथा:
डॉ. के. राजशेखरन नायर -
यात्रा-वृत्तांत:
के. आर. अजयन् -
अनुवाद:
चिंथु प्रकाश -
बाल साहित्य:
ई. एन. शीजा -
हास्य लेखन:
निरंजन
पुरस्कार विवरण:
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नियमित श्रेणियों के पुरस्कार:
₹25,000 की नकद राशि, शील्ड (plaque), और प्रमाणपत्र -
फेलोशिप और प्रमुख आजीवन योगदान पुरस्कार:
₹50,000 नकद, दो तोला स्वर्ण पदक, शॉल, प्रशस्ति पत्र और शील्ड -
अन्य आजीवन योगदान पुरस्कार:
₹30,000 नकद, शील्ड, शॉल और प्रमाणपत्र
विशेष सूचना:
इस वर्ष विलासिनी पुरस्कार (Vilasini Award) के लिए किसी भी लेखक का चयन नहीं किया गया।