केरल पुलिस (Kerala Police) ने सार्वजनिक (public), निजी (private) और डिजिटल स्थानों (digital spaces) में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पिंक प्रोटेक्शन प्रोजेक्ट (Pink Protection project) नामक एक नई पहल शुरू की।पिंक प्रोटेक्शन प्रोजेक्ट (Pink Protection project) का उद्देश्य सार्वजनिक स्थानों पर दहेज से संबंधित मुद्दों, साइबर-धमकाने और अपमान को रोकना है। इसके 10 घटक हैं, जिनमें से एक मौजूदा पिंक पुलिस पेट्रोल सिस्टम (Pink Police Patrol system) को सक्रिय कर रहा है, जिसका नाम पिंक जनमैत्री बीट (Pink Janamaithri Beat) है।
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परियोजना के बारे में:
- वे पंचायत सदस्यों (panchayat members), पड़ोसियों (neighbours) और अन्य स्थानीय (other locals)लोगों से जानकारी एकत्र करेंगे और इसे आगे की कार्रवाई के लिए स्टेशन हाउस अधिकारियों को सौंपेंगे.
- पिंक बीट प्रणाली (Pink Beat system), जिसमें विशेष रूप से प्रशिक्षित महिला पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है, कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (Karnataka State Road Transport Corporation – KSRTC) और निजी बसों और स्कूलों, कॉलेजों और बस स्टॉप सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों के सामने मौजूद रहेगी।
- गतिविधियों के समन्वय के लिए सभी 14 जिलों में पिंक नियंत्रण कक्ष (Pink control rooms) स्थापित किए गए हैं।
- भीड़भाड़ वाले इलाकों में असामाजिक तत्वों की मौजूदगी का पता लगाने और कार्रवाई करने के लिए पिंक शैडो पेट्रोल (Pink Shadow Patrol) टीम भी तैनात की जाएगी.
- परियोजना के हिस्से के रूप में “पिंक रोमियो (Pink Romeo)” नामक महिला पुलिस अधिकारियों की एक बुलेट गश्ती टीम को भी लॉन्च किया गया था।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
- केरल के मुख्यमंत्री: पिनाराई विजयन (Pinarayi Vijayan);
- केरल के राज्यपाल: आरिफ़ मोहम्मद ख़ान (Arif Mohammad Khan)।