उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार ने 1925 में हथियार खरीदने के लिए काकोरी (Kakori) में एक ट्रेन को लूटने के आरोप में फांसी पर लटकाए गए क्रांतिकारियों (revolutionaries) को श्रद्धांजलि देते हुए एक ऐतिहासिक स्वतंत्रता आंदोलन कार्यक्रम (landmark freedom movement event) का नाम काकोरी ट्रेन एक्शन (Kakori Train Action) रखा। इसे आमतौर पर ‘काकोरी ट्रेन डकैती (Kakori train robbery)’ या ‘काकोरी ट्रेन साजिश (Kakori train conspiracy)’ के रूप में वर्णित किया जाता है।
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यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) लखनऊ (Lucknow) के बाहरी इलाके काकोरी (Kakori) स्थित काकोरी शहीद स्मारक (Kakori Shaheed Smarak) में कार्यक्रम की वर्षगांठ पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानियों (freedom fighters) के परिवार के सदस्यों को सम्मानित किया गया और एक कला प्रदर्शनी (art exhibition) का भी आयोजन किया गया। एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन (freedom movement) का एक हिस्सा होने वाली डकैती को “साजिश (conspiracy)” के रूप में वर्णित करना अपमानजनक था।