प्रख्यात हिंदी लेखिका और निबंधकार कृष्णा सोबती का दिल्ली में निधन हो गया है. वह 93वर्ष की थी. वह साहित्य अकादमी, ज्ञानपीठ जैसे कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों की प्राप्तकर्ता थीं और उन्हें पद्म भूषण भी दिया गया था, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया था.
उनकी कुछ प्रसिद्ध कृतियों में दार से बिछुड़ी, मित्रो मरजानी, जिंदगीनामा, दिल-ओ-दानिश, बादलों के घेरे , ऐ लड़की और गुजरात पाकिस्तान से गुजरात हिंदुस्तान शामिल हैं. उनकी कई रचनाओं का अन्य भारतीय भाषाओं में और स्वीडिश, रूसी और अंग्रेजी में भी अनुवाद किया गया है.
सोर्स- द हिंदू