नागालैंड के प्रतिष्ठित हॉर्नबिल महोत्सव के 25वें संस्करण के लिए जापान को आधिकारिक साझेदार देश के रूप में घोषित किया गया है, साथ ही पहले से घोषित वेल्स भी इस महोत्सव में भाग लेगा। यह रणनीतिक साझेदारी नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो और जापानी दूतावास के प्रतिनिधियों, जिनमें ताकाशी अरियोशी और मायूमी त्सुबाकimoto शामिल हैं, के बीच हुई बैठकों के परिणामस्वरूप बनी है। यह साझेदारी राज्य के सांस्कृतिक कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण क्षण को चिह्नित करती है।
महोत्सव की जानकारी
हॉर्नबिल महोत्सव 1 से 10 दिसंबर तक कोहिमा के पास किसामा में आयोजित होगा। इस महोत्सव में जापान का योगदान सांस्कृतिक प्रदर्शन, क्षमता निर्माण, और हस्तशिल्प व बांस उत्पादों पर कार्यशालाओं के माध्यम से होगा, जिनमें प्रसिद्ध जापानी कलाकार और विशेषज्ञ इन सत्रों का नेतृत्व करेंगे।
हॉर्नबिल महोत्सव का इतिहास
हॉर्नबिल महोत्सव, जिसे “महोत्सवों का महोत्सव” भी कहा जाता है, नागालैंड का प्रमुख सांस्कृतिक आयोजन है, जो राज्य की समृद्ध धरोहर और जीवंत परंपराओं को प्रदर्शित करता है। यह महोत्सव हर साल बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है और नागालैंड की विभिन्न जातीय समुदायों, उनके संगीत, नृत्य और शिल्प को उजागर करता है।
जापान का योगदान
जापान की भागीदारी बहुआयामी होगी, जिसमें सांस्कृतिक प्रदर्शन, हस्तशिल्प पर कार्यशालाएँ और क्षमता निर्माण पहलें शामिल हैं, खासकर बांस उत्पादों में, जो नागालैंड के पारंपरिक शिल्प का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। जापानी शिल्पकला विशेषज्ञ और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध संगीतकार महोत्सव में सक्रिय रूप से योगदान करेंगे, जिससे एक अनूठी सांस्कृतिक आदान-प्रदान की स्थिति उत्पन्न होगी।
द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना
मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने इस साझेदारी को लेकर अपने आशावाद को व्यक्त किया और कहा कि जापान की भागीदारी नागालैंड और जापान के बीच संबंधों को और मजबूत करेगी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि टोयोटा ने संगीत और कला के लिए गठित कार्यबल के साथ सहयोग किया है, जो जापान की व्यापक भागीदारी को दर्शाता है। यह सहयोग भारत और जापान के बीच सांस्कृतिक कूटनीति को बढ़ावा देने में एक कदम आगे बढ़ाएगा।
हॉर्नबिल महोत्सव: महोत्सवों का महोत्सव
हॉर्नबिल महोत्सव नागालैंड का वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम है, जो 1 से 10 दिसंबर तक कोहिमा के पास किसामा हेरिटेज गांव में मनाया जाता है। इसे नागालैंड सरकार द्वारा आयोजित किया जाता है और यह राज्य की जीवंत सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करता है।
मुख्य विशेषताएँ
- जातीय विविधता का प्रदर्शन: नागा जनजातियों के पारंपरिक संगीत, नृत्य और कला।
- सांस्कृतिक प्रदर्शन: हस्तशिल्प, पारंपरिक खेल, और खाद्य स्टॉल।
- वैश्विक साझेदारी: जापान और वेल्स जैसे साझेदार देश प्रदर्शन और कार्यशालाओं के माध्यम से योगदान करते हैं।
- पर्यटन आकर्षण: हर साल हजारों पर्यटक, जिनमें अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक भी शामिल होते हैं, इस महोत्सव में भाग लेते हैं।