विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को रोम में भारतीय दूतावास के नए कार्यालय का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि भारत और इटली के संबंध काफी मजबूत हैं। यूरोप में दोनों देश महत्वपूर्ण सहयोगी और भूमध्य सागर क्षेत्र में प्रमुख साझेदार हैं। जयशंकर तीन दिवसीय यात्रा पर रविवार सुबह इटली के रोम पहुंचे। एस जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों के बीच लगातार विभिन्न मुद्दों पर हो रही बातचीत द्विपक्षीय संबंधों में गहराई और विस्तार का संकेत है।
| मुख्य विषय | विवरण |
|---|---|
| क्यों चर्चा में? | विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रोम में भारतीय दूतावास के नए भवन का उद्घाटन किया। |
| महत्त्व | – दूतावास की सेवाओं को सुदृढ़ बनाना। – भारत-इटली संबंधों को मजबूत करना। |
| ऐतिहासिक संबंध | – इटली ने भारत के वाणिज्य में एक प्रमुख केंद्र के रूप में कार्य किया। – समुद्री सुरक्षा और वैश्विक दृष्टिकोण में समानताएं। |
| IMEC पहल | – भारत, मध्य पूर्व और यूरोप को जोड़ने वाला एक परिवर्तनकारी संपर्क गलियारा। |
| समुद्री सहयोग | – समुद्री सुरक्षा और नेविगेशन की स्वतंत्रता पर साझा ध्यान। |
| कूटनीतिक संपर्क | – विदेश मंत्री ने G7 आउटरीच सत्र और 10वें मेड संवाद में भारत का प्रतिनिधित्व किया। |
| प्रवासी समुदाय के लिए प्रयास | – इटली में भारतीय समुदाय के लिए सेवाओं में सुधार। – जनता के बीच सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करना। |
| वैश्विक प्रभाव | – इटली की इंडो-मेडिटेरेनियन रणनीति और भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका के साथ मेल खाता है। |
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