विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को रोम में भारतीय दूतावास के नए कार्यालय का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि भारत और इटली के संबंध काफी मजबूत हैं। यूरोप में दोनों देश महत्वपूर्ण सहयोगी और भूमध्य सागर क्षेत्र में प्रमुख साझेदार हैं। जयशंकर तीन दिवसीय यात्रा पर रविवार सुबह इटली के रोम पहुंचे। एस जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों के बीच लगातार विभिन्न मुद्दों पर हो रही बातचीत द्विपक्षीय संबंधों में गहराई और विस्तार का संकेत है।
नए चांसरी का उद्घाटन
- रोम में नया चांसरी भारतीय समुदाय की सेवा करने के लिए दूतावास की क्षमता को बढ़ाता है।
- भारत-इटली की बढ़ती साझेदारी में एक मील का पत्थर है।
- भारत की बढ़ती वैश्विक उपस्थिति और कूटनीतिक पहुंच को दर्शाता है।
भारत और इटली के बीच ऐतिहासिक संबंध
- इटली ने यूरोप के साथ भारत की ऐतिहासिक बातचीत के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में कार्य किया।
- भारत के वाणिज्य में एक निर्माता, ग्राहक, वित्तपोषक और वाहक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- वैश्विक मामलों पर साझा दृष्टिकोण वाले समुद्री राष्ट्र।
राजनयिक संबंधों को मजबूत करना
- लगातार उच्च स्तरीय बातचीत भारत-इटली संबंधों की गहराई को रेखांकित करती है।
- इटली के प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी का भारत-भूमध्यसागरीय फोकस भारत के रणनीतिक हितों के साथ संरेखित है।
- समुद्री सुरक्षा, नौवहन की स्वतंत्रता और वैश्विक सहयोग के लिए साझा प्रतिबद्धताएँ।
भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा (IMEC)
- 2023 में भारत की G20 अध्यक्षता के दौरान शुरू की गई एक परिवर्तनकारी पहल।
- भारत, मध्य पूर्व और यूरोप के बीच संपर्क को मजबूत करता है।
- वैश्विक आर्थिक सहयोग के लिए एक “गेम-चेंजर” के रूप में देखा जाता है।
वैश्विक कार्यक्रमों में भागीदारी
- जयशंकर फिउग्गी में जी7 विदेश मंत्रियों की बैठक के आउटरीच सत्र में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
- रोम में 10वें मेड मेडिटेरेनियन डायलॉग में भाग लेंगे, जो भू-राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है।
प्रवासी जुड़ाव को मजबूत करना
- नया चांसरी इटली में भारतीय प्रवासियों के लिए बेहतर सेवाएँ और प्रतिनिधित्व प्रदान करता है।
- लोगों के बीच आपसी संबंधों को बढ़ाता है और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देता है।
समाचार का हिंदी सारांश
मुख्य विषय | विवरण |
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क्यों चर्चा में? | विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रोम में भारतीय दूतावास के नए भवन का उद्घाटन किया। |
महत्त्व | – दूतावास की सेवाओं को सुदृढ़ बनाना। – भारत-इटली संबंधों को मजबूत करना। |
ऐतिहासिक संबंध | – इटली ने भारत के वाणिज्य में एक प्रमुख केंद्र के रूप में कार्य किया। – समुद्री सुरक्षा और वैश्विक दृष्टिकोण में समानताएं। |
IMEC पहल | – भारत, मध्य पूर्व और यूरोप को जोड़ने वाला एक परिवर्तनकारी संपर्क गलियारा। |
समुद्री सहयोग | – समुद्री सुरक्षा और नेविगेशन की स्वतंत्रता पर साझा ध्यान। |
कूटनीतिक संपर्क | – विदेश मंत्री ने G7 आउटरीच सत्र और 10वें मेड संवाद में भारत का प्रतिनिधित्व किया। |
प्रवासी समुदाय के लिए प्रयास | – इटली में भारतीय समुदाय के लिए सेवाओं में सुधार। – जनता के बीच सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करना। |
वैश्विक प्रभाव | – इटली की इंडो-मेडिटेरेनियन रणनीति और भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका के साथ मेल खाता है। |