भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपनी स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट (SpaDeX) मिशन के साथ अंतरिक्ष डॉकिंग प्रौद्योगिकी में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। इस मिशन में दो उपग्रह, SDX01 (चेसर) और SDX02 (टारगेट) शामिल हैं, जो अंतरिक्ष यान के रेंडेज़वस, डॉकिंग और अनडॉकिंग तकनीकों का परीक्षण और प्रदर्शन करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। 12 जनवरी, 2025 को, ISRO ने इन उपग्रहों को एक-दूसरे के तीन मीटर के भीतर लाने और फिर उन्हें सुरक्षित दूरी पर ले जाने में सफलता प्राप्त की। यह उपलब्धि भारत को अमेरिका, रूस और चीन के बाद इस जटिल अंतरिक्ष तकनीक को हासिल करने वाला चौथा देश बनने के मार्ग पर ले जाती है।
SpaDeX मिशन के प्रमुख बिंदु
मिशन का अवलोकन
- मिशन का नाम: स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट (SpaDeX)
- लॉन्च तिथि: 30 दिसंबर, 2024
- लॉन्च साइट: सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा
- शामिल उपग्रह: SDX01 (चेसर) और SDX02 (टारगेट)
- उद्देश्य: भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए रेंडेज़वस, डॉकिंग और अनडॉकिंग प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन।
ताजा अपडेट
- ISRO ने उपग्रहों को 3 मीटर की दूरी पर एक-दूसरे के करीब लाने में सफलता पाई।
- इसके बाद उपग्रहों को आगे के विश्लेषण के लिए सुरक्षित दूरी पर ले जाया गया।
- ISRO ने डॉकिंग परीक्षण के फोटो और वीडियो अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर साझा किए।
- डेटा विश्लेषण के बाद डॉकिंग परीक्षण किया जाएगा।
ISRO द्वारा सामना की गई चुनौतियाँ
- डॉकिंग परीक्षण, जो पहले 7 जनवरी, 2025 को निर्धारित था, उपग्रहों के बीच अप्रत्याशित ड्रिफ्ट के कारण स्थगित किया गया।
- 9 जनवरी, 2025 को दूसरा परीक्षण भी ड्रिफ्ट के अधिक होने के कारण टाल दिया गया।
- ISRO ने इस ड्रिफ्ट को नियंत्रित कर मिशन फिर से शुरू किया और उपग्रह संचालन में प्रगति का प्रदर्शन किया।
महत्व
- ISRO द्वारा किया गया यह पहला स्पेस डॉकिंग परीक्षण।
- भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए आवश्यक:
- चंद्रमा पर भारतीय अंतरिक्ष यात्री भेजने के मिशन।
- चंद्रमा से सैंपल वापस लाने वाले मिशन।
- भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण और संचालन।
- इस मिशन में सफलता भारत को अमेरिका, रूस और चीन के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला चौथा देश बना सकती है।
अब तक हासिल की गई प्रमुख उपलब्धियां
Date | Event | Description |
December 30, 2024 | Launch of SpaDeX mission | SpaDeX satellites launched from Satish Dhawan Space Centre. |
January 7, 2025 | Initial docking experiment postponed | Drift between satellites found more than expected. |
January 9, 2025 | Rescheduled docking experiment postponed | ISRO postponed docking to arrest satellite drift. |
January 12, 2025 | Successful trial docking | Satellites moved within 3 metres, then repositioned. |