पहली वर्ल्ड सोलर टेक्नोलॉजी समिट का आयोजन 8 सितंबर 2020 को वर्चुली मोड में किया गया। इस समिट का उद्घाटन प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया। इस शिखर सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों और अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों पर ध्यान केन्द्रित करना था। इस तरह की प्रौद्योगिकियां सौर ऊर्जा को अधिक कुशल से बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी, इस समिट में 149 देशों के 26,000 से अधिक प्रतिभागीयों ने वर्चुली हिस्सा लिया।
पहले विश्व सौर प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन (World Solar Technology Summit) का आयोजन अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) द्वारा फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के साथ मिलकर नई तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करने और सौर उर्जा के क्षेत्र में नवाचार के लिए इनोवेशन पर आईएसए ग्लोबल लीडरशिप टास्क फोर्स के संयोजक के रूप में किया गया।
इस समिट में नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. माइकल स्टेनली व्हिटिंगम ने भी मुख्य भाषण प्रस्तुत किया। उन्हें लिथियम आयन बैटरी की क्रांतिकारी खोज के लिए 2019 में रसायन विज्ञान (जॉन बी गूडेनो और अकीरा योशिनो के साथ संयुक्त रूप से) में नोबेल पुरस्कार पुरस्कार दिया गया था।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन मुख्यालय: गुरुग्राम.
- अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन लीडर: उपेंद्र त्रिपाठी.
- अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन की स्थापना: 30 नवंबर 2015,



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