भारत अपने बीमा क्षेत्र को सुगम और पारदर्शी बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठा रहा है। इसी पहल के तहत “बीमा सुगम” नामक एक वन-स्टॉप डिजिटल मार्केटप्लेस लॉन्च किया गया है, जहाँ जीवन, स्वास्थ्य, सामान्य, मोटर, यात्रा आदि सभी प्रकार के बीमा एक ही मंच पर उपलब्ध होंगे। इस पोर्टल की देखरेख भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) करेगा, जबकि इसका संचालन बीमा सुगम इंडिया फेडरेशन (BSIF) के हाथों में होगा। इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है और दिसंबर 2025 तक इसके सभी लेनदेन संबंधी फीचर सक्रिय हो जाएंगे।
बीमा सुगम क्या है और यह क्या करेगा?
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एकीकृत प्लेटफॉर्म: पॉलिसीधारकों को एक ही डिजिटल इंटरफ़ेस पर विभिन्न कंपनियों की पॉलिसियाँ तुलना करने, खरीदने, नवीनीकरण करने, प्रबंधित करने और दावा करने की सुविधा।
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कवर किए जाने वाले बीमा: जीवन, स्वास्थ्य, मोटर, यात्रा, संपत्ति, कृषि और सामान्य बीमा।
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भागीदार: बीमा कंपनियाँ, एजेंट, ब्रोकर, बैंक, एग्रीगेटर और पॉलिसीधारक।
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विशेषताएँ: शुरुआत में सूचना और मार्गदर्शन मंच, बाद में पॉलिसी ट्रांज़ैक्शन, नवीनीकरण और क्लेम से जुड़ी सुविधाएँ।
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उद्देश्य: बीमा प्रसार बढ़ाना, पारदर्शिता लाना, पॉलिसी सेवाओं में सरलता लाना और अधिक लोगों तक बीमा पहुँचाना — “2047 तक सबके लिए बीमा” और विकसित भारत 2047 के लक्ष्य से जुड़ा।
रणनीतिक महत्व
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डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (DPI): बीमा सुगम, भारत के डीपीआई ढाँचे का अहम हिस्सा है।
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पहुंच और प्रसार: ग्रामीण और वंचित वर्गों तक बीमा पहुँच आसान होगी।
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पारदर्शिता और भरोसा: स्पष्ट जानकारी और तुलना सुविधा से उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ेगा।
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लागत में कमी: नवीनीकरण, दावा निपटान और प्रबंधन की प्रक्रिया सुगम बनकर लागत कम होगी।
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नियामकीय लक्ष्य: मानकीकरण, बेहतर सेवा और जवाबदेही सुनिश्चित करना।
स्थिर तथ्य
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प्लेटफ़ॉर्म का नाम: बीमा सुगम
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नियामक संस्था: भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI)
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संचालन इकाई: बीमा सुगम इंडिया फेडरेशन (BSIF)
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पूर्ण लेनदेन आधारित लॉन्च: दिसंबर 2025


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