IPS अधिकारी सुबोध जायसवाल (Subodh Jaiswal) को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) का निदेशक नियुक्त किया गया है. CBI निदेशक के पद के लिए चुने गए तीन लोगों में वह सबसे वरिष्ठ अधिकारी थे. केआर चंद्रा (KR Chandra) और वीएस कौमुदी (VS Kaumudi) के साथ जायसवाल को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली उच्चाधिकार प्राप्त समिति द्वारा शीर्ष पद के लिए 109 अधिकारियों में से चुना गया था. समिति के अन्य सदस्यों में भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) एनवी रमना (NV Ramana) और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) शामिल हैं.
मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने समिति द्वारा अनुशंसित पैनल के आधार पर श्री सुबोध कुमार जायसवाल, आईपीएस (एमएच: 1985) को निदेशक, केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के रूप में नियुक्ति पदभार ग्रहण करने की तारीख से दो साल की अवधि या अगले आदेश तक जो भी पहले हो, तक के लिए मंजूरी दे दी है.
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सुबोध जायसवाल कौन है?
- सुबोध जायसवाल 1985 बैच के महाराष्ट्र कैडर के IPS अधिकारी हैं, जो CISF के प्रमुख हैं. इससे पहले वह मुंबई पुलिस कमिश्नर और महाराष्ट्र के DGP के पद पर रह चुके हैं.
- उन्हें 2018 में मुंबई पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया था और उन्होंने अतीत में महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (ATS) के साथ भी काम किया है. सुबोध जायसवाल ने एक दशक से अधिक समय तक इंटेलिजेंस ब्यूरो, SPG (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) और R&AW (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) के साथ भी काम किया है.
- 58 वर्षीय अधिकारी 20,000 करोड़ रुपये के फर्जी स्टांप पेपर घोटाले की जांच करने वाले विशेष जांच दल के प्रमुख थे, जिसे अब्दुल करीम तेलगी घोटाला (Abdul Karim Telgi scam) भी कहा जाता है.
- वह 2006 के मालेगांव विस्फोट मामले (Malegaon blast case) की जांच करने वाली टीम का भी हिस्सा थे.
- सुबोध जायसवाल को उनकी विशिष्ट सेवा के लिए 2009 में राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था.
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
- केंद्रीय जांच ब्यूरो का मुख्यालय: नई दिल्ली.
- केंद्रीय जांच ब्यूरो की स्थापना: 1 अप्रैल 1963.