केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि साल 1990 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी दलजीत सिंह चौधरी को राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) का महानिदेशक नियुक्त किया है। आईपीएस दलजीत चौधरी को कार्मिक मंत्रालय द्वारा 18 जनवरी 2024 को जारी आदेश के बाद सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) का महानिदेशक नियुक्त किया गया था और वर्तमान में वह एसएसबी के महानिदेशक हैं। इन्हें एनएसजी प्रमुख का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
इन दोनों कार्यभार से पहले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के स्पेशल डायरेक्टर जनरल के पद पर भी सेवाएं दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश काडर के आईपीएस अधिकारी दलजीत चौधरी 30 नवंबर 2025 को पुलिस सेवा से रिटायर हो जाएंगे।
दलजीत सिंह चौधरी के बारे में
25 नवम्बर 1965 को जन्मे दलजीत सिंह चौधरी मूलतः दिल्ली के रहने वाले हैं और यूपी में अखिलेश सरकार के दौरान अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था थे। दलजीत सिंह चौधरी 1990 बैच के यूपी कैडर के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी हैं। दिल्ली में जन्मे यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी दलजीत सिंह चौधरी की गिनती तेज तर्रार अधिकारियों में होती है। उन्हें अब तक 3 बार राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जा चुका है। आईपीएस दलजीत सिंह चौधरी यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी होने के बावजूद लंबे समय से केंद्र में बड़ी-बड़ी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
एनएसजी के बारे में
एनएसजी देश की एलिट सिक्योरिटी मानी जाती है। एनएसजी का मुख्य कार्य काउंटर टेररिज्म और उन वीवीआईपी शख्सियतों को सुरक्षा प्रदान करना है, जिन्हें भारत सरकार की ओर से जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी जाती है। एनएसजी बेहतरीन कमांडो फोर्स है, जिसे ब्लैक कैट के रूप में भी जाना जाता है।
एनएसजी कमांडो को बेहद खतरनाक परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है और सरकार के आदेश पर असाधारण परिस्थितियों में वीरता का प्रदर्शन किया जाता है। मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले के दौरान एनएसजी ने आतंकियों को ठिकाने लगाकर सुरक्षित माहौल बनाया था।