संचार मंत्रालय के तहत कार्यरत अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (International Telecommunication Union – ITU) और दूरसंचार विभाग ने एक संयुक्त साइबर ड्रिल (Joint Cyber Drill) 2021 का आयोजन किया। साइबर ड्रिल भारत के क्रिटिकल नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर (Critical Network Infrastructure) ऑपरेटरों के लिए आयोजित की गई थी। क्रिटिकल नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर वे सिस्टम, संपत्ति और नेटवर्क हैं जो किसी देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक हैं।
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साइबर ड्रिल का उद्देश्य क्या है?
- इसका उद्देश्य भारत की साइबर सुरक्षा तैयारी में सुधार करना है। साथ ही, इसका उद्देश्य देश की सुरक्षा और घटना प्रतिक्रिया क्षमता में सुधार करना है।
- साइबर ड्रिल के दौरान साइबर हमले और सूचना सुरक्षा की घटनाओं का अनुकरण किया गया। और प्रतिभागियों को ऐसी घटनाओं से बचाव और प्रतिक्रिया करने के लिए प्रशिक्षित किया गया था। इस प्रकार, ड्रिल ने एक संगठन की साइबर क्षमताओं का परीक्षण करने में मदद की है ।
लाभ:
- ड्रिल ने कंप्यूटर सुरक्षा घटना प्रतिक्रिया टीम और कंप्यूटर घटना और प्रतिक्रिया टीम (सीआईआरटी) की भूमिका पर जोर दिया। सुरक्षा उल्लंघनों से निपटने के लिए सीआईआरटी जिम्मेदार है
- इसने महत्वपूर्ण सूचना बुनियादी ढांचे की रक्षा करने और साइबर लचीलापन बनाने में भारत की क्षमता को भी मजबूत किया।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
- अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्जरलैंड;
- अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ की स्थापना: 17 मई 1865;
- अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ के प्रमुख महासचिव: हाउलिन झाओ.