भारतीय नौसेना (Indian Naval) का जहाज खंजर (Khanjar) ओडिशा (Odisha) के गोपालपुर (Gopalpur) के विरासत तटीय बंदरगाह पर कॉल करने वाला पहला भारतीय नौसेना जहाज (Indian Navy ship) बन गया। आजादी की 75वीं वर्षगांठ और 1971 के युद्ध की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव (Aazadi ka Amrit Mahotsav) के साथ-साथ स्वर्णिम विजय वर्ष (Swarnim Vijay Varsh) समारोह के हिस्से के रूप में दो दिवसीय यात्रा का आयोजन किया गया था। जहाज की यात्रा का उद्देश्य तटीय सुरक्षा (coastal security) और समुद्री संचालन (maritime operations) के पहलुओं पर स्थानीय लोगों के साथ संबंधों को बढ़ाना और जागरूकता फैलाना था।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
यात्रा के दौरान, जहाज (ship) के अधिकारियों ने बंदरगाह के अधिकारियों के साथ बातचीत की और नौसेना के जहाजों (Naval ships) के ओटीआर (OTR) के लिए बर्थिंग सुविधाओं (berthing facilities) और बंदरगाह के बुनियादी ढांचे (port infrastructure) के सुरक्षा अवलोकन से संबंधित पहलुओं पर चर्चा की। जहाज की टीम ने गोपालपुर (Gopalpur) समुद्र तट पर सफाई अभियान और बंदरगाह (port) परिसर में वृक्षारोपण (tree plantation) भी किया। इसके अलावा, गंजाम (Ganjam) जिले के छत्रपुर (Chatrapur) में समर्थ ऑर्थोपेडिकली हैंडीकैप्ड वेलफेयर एसोसिएशन (Samarth Orthopedically Handicapped Welfare Association) को किताबें और सूखे प्रावधान वितरित किए गए।