महाराष्ट्र में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए, राज्य पर्यटन विभाग ने सेवामुक्त नौसैनिक युद्धपोत INS गुलदार को अधिग्रहित करने और सिंधुदुर्ग जिले के निवाती रॉक्स के पास इसे डूबोने की योजना बनाई है। यह पहल भारत की पहली कृत्रिम रीफ (Artificial Reef) बनाने के उद्देश्य से की जा रही है, जिससे स्कूबा डाइविंग पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और समुद्री जैव विविधता को संरक्षण मिलेगा। यह परियोजना अमेरिका के USS Spiegel Grove (फ्लोरिडा) और थाईलैंड के Thai Royal Navy Ships (चोनबुरी) की तर्ज पर तैयार की गई है, जहां सेवामुक्त जहाजों को कृत्रिम रीफ के रूप में पुनः उपयोग किया गया है।
यह परियोजना न केवल महाराष्ट्र के साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देगी बल्कि समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण और रोजगार के अवसरों को भी बढ़ाएगी।
श्रेणी | विवरण |
क्यों चर्चा में? | स्कूबा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए INS गुलदार को सिंधुदुर्ग में डुबोया जाएगा |
कमीशन वर्ष | 1985 |
स्थान | निवाती रॉक्स, सिंधुदुर्ग, महाराष्ट्र |
उद्देश्य | स्कूबा डाइविंग और समुद्री संरक्षण के लिए कृत्रिम रीफ बनाना |
पर्यटन प्रभाव | स्कूबा डाइविंग पर्यटन को बढ़ावा देगा और नए रोजगार के अवसर पैदा करेगा |
पर्यावरणीय उपाय | प्रदूषकों को हटाया जाएगा ताकि समुद्री जीवन सुरक्षित रहे |
परियोजना लागत | अनुमानित ₹20 करोड़ |
वैश्विक उदाहरण | USS Spiegel Grove (अमेरिका), थाई नेवी शिप्स (थाईलैंड) |
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