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आईएनएस गुलदार भारत का पहला जलमग्न संग्रहालय बनेगा

महाराष्ट्र में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए, राज्य पर्यटन विभाग ने सेवामुक्त नौसैनिक युद्धपोत INS गुलदार को अधिग्रहित करने और सिंधुदुर्ग जिले के निवाती रॉक्स के पास इसे डूबोने की योजना बनाई है। यह पहल भारत की पहली कृत्रिम रीफ (Artificial Reef) बनाने के उद्देश्य से की जा रही है, जिससे स्कूबा डाइविंग पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और समुद्री जैव विविधता को संरक्षण मिलेगा। यह परियोजना अमेरिका के USS Spiegel Grove (फ्लोरिडा) और थाईलैंड के Thai Royal Navy Ships (चोनबुरी) की तर्ज पर तैयार की गई है, जहां सेवामुक्त जहाजों को कृत्रिम रीफ के रूप में पुनः उपयोग किया गया है।

मुख्य बिंदु

1. परियोजना का परिचय

  • INS गुलदार, एक 83 मीटर लंबा कुम्भीर-श्रेणी का लैंडिंग शिप, जिसे 1985 में कमीशन किया गया था और जनवरी 2024 में सेवामुक्त किया गया।
  • भारतीय नौसेना ने इसे मुफ्त में प्रदान किया, क्योंकि INS विक्रांत को डूबाने का अनुरोध लागत अधिक होने के कारण अस्वीकार कर दिया गया था
  • जहाज को पोर्ट ब्लेयर से कर्वार (Karwar) तक ले जाया जाएगा, इसके आवश्यक भागों को हटाया जाएगा और फिर इसे निवाती रॉक्स, सिंधुदुर्ग के पास डुबो दिया जाएगा

2. पर्यावरणीय और आर्थिक लाभ

  • समुद्री जैव विविधता : कृत्रिम रीफ मछलियों और अन्य समुद्री जीवों के लिए आदर्श आवास बनाएंगे, जिससे समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र बहाल होगा
  • पर्यटन राजस्व : फ्लोरिडा (USA) में कृत्रिम रीफ से ₹50 करोड़ वार्षिक राजस्व प्राप्त होता है।
  • रोजगार सृजन : स्कूबा डाइविंग प्रशिक्षकों, पर्यटन संचालकों और सेवानिवृत्त नौसेना कर्मियों के लिए नई नौकरियां उपलब्ध होंगी

3. सुरक्षा एवं पर्यावरण सुरक्षा उपाय

  • जहाज को पूरी तरह से डी-कंटैमिनेट (प्रदूषण मुक्त) किया जाएगा
  • हाइड्रोलिक और इंजन तेल, एस्बेस्टस और अन्य हानिकारक पदार्थ हटाए जाएंगे
  • सुरक्षित रूप से जलमग्न करने में लगभग तीन महीने लगेंगे

4. महाराष्ट्र के स्कूबा डाइविंग पर्यटन की योजना

  • सिंधुदुर्ग पहले से ही स्कूबा डाइविंग हब है, जिसे महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम (MTDC) द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है।
  • सरकार डाइवर्स को विशेष प्रशिक्षण देने की योजना बना रही है ताकि वे जहाज के अवशेषों की खोज कर सकें।
  • इस परियोजना के लिए ₹20 करोड़ की रिपोर्ट तैयार की गई है और पर्यावरणीय मंजूरी की प्रक्रिया चल रही है

5. कृत्रिम रीफ के वैश्विक उदाहरण

  • USS Spiegel Grove (फ्लोरिडा, USA) – एक अमेरिकी नौसेना जहाज जिसे डाइविंग साइट के रूप में डुबोया गया।
  • थाई रॉयल नेवी शिप्स (थाईलैंड) – स्कूबा डाइविंग पर्यटन बढ़ाने के लिए दो युद्धपोतों को जलमग्न किया गया।
  • ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और यूरोप के कई देशों ने भी कृत्रिम रीफ मॉडल को अपनाया है

यह परियोजना न केवल महाराष्ट्र के साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देगी बल्कि समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण और रोजगार के अवसरों को भी बढ़ाएगी

श्रेणी विवरण
क्यों चर्चा में? स्कूबा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए INS गुलदार को सिंधुदुर्ग में डुबोया जाएगा
कमीशन वर्ष 1985
स्थान निवाती रॉक्स, सिंधुदुर्ग, महाराष्ट्र
उद्देश्य स्कूबा डाइविंग और समुद्री संरक्षण के लिए कृत्रिम रीफ बनाना
पर्यटन प्रभाव स्कूबा डाइविंग पर्यटन को बढ़ावा देगा और नए रोजगार के अवसर पैदा करेगा
पर्यावरणीय उपाय प्रदूषकों को हटाया जाएगा ताकि समुद्री जीवन सुरक्षित रहे
परियोजना लागत अनुमानित ₹20 करोड़
वैश्विक उदाहरण USS Spiegel Grove (अमेरिका), थाई नेवी शिप्स (थाईलैंड)
आईएनएस गुलदार भारत का पहला जलमग्न संग्रहालय बनेगा |_3.1