भारत एक ‘सी ब्रिज’ पर अपना पहला हवाई मार्ग प्राप्त करने के लिए तैयार है, क्योंकि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) को लक्षद्वीप के अगाती हवाई अड्डे के विस्तार के लिए मंजूरी दे दी गई है.
इस कार्य को समुद्र तट और उथले क्षेत्र पर एक आरसीसी मंच बनाकर पूरा किया जाएगा जो द्वीप पर बड़े एटीआर संचालित करने की अनुमति देगा. परियोजना की लागत 1500 करोड़ रुपये होने की संभावना है.
RBI Assistant मुख्य परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य –
- भारतीय संघ राज्यक्षेत्र लक्षद्वीप के प्रशासक– फारूक खान.
स्रोत- इंडिया टुडे