ट्रेन-18 के नाम से जाने जाने वाली भारत की पहली लोकोमोटिव-लेस ट्रेन ने राजस्थान के कोटा-सवाई माधोपुर सेक्शन में टेस्ट रन के दौरान 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति सीमा पर की है. जब यह स्वदेशी डिजाइन की गई ट्रेन परिचालित हो जाएगी, तो यह देश की सबसे तेज ट्रेन बन जाएगी.शेष भारतीय रेलवे प्रणाली, जैसे ट्रैक और संकेत, परमिट के साथ ट्रेन-18 प्रति घंटे 200 किलोमीटर की गति हासिल करने में सक्षम है. 16 कोच के साथ, ट्रेन में शताब्दी एक्सप्रेस की तरह ही समान यात्री क्षमता होगी.’ट्रेन 18′ जनवरी 2019 से अपना वाणिज्यिक रन शुरू करेगी.
स्रोत- AIRवर्ल्ड सर्विस
उपरोक्त समाचार से IBPS Clerk Mains परीक्षा 2018 के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- चेन्नई आधारित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री द्वारा 18 महीने में विकसित, पूरी तरह से एसी ट्रेन इस तरह से डिज़ाइन की गई है कि यात्री ड्राइवर का केबिन देख सकेते है.