सत्यरूप सिद्धता, दुनिया के सबसे ऊंचे ज्वालामुखी माउंट ओजोस डेल सलाडो पर मल्लि मस्तान बाबू के चढ़ने के बाद दूसरे भारतीय पर्वतारोही बन गये है. ओजोस डेल सलाडो अर्जेंटीना-चिली सीमा पर एंडीज़ में 6,893 मीटर (22,615 फीट) उंचाई पर एक स्ट्रेटोवोल्कोनो (लावा और राख की वैकल्पिक परतों से बना ज्वालामुखी) है, यह दुनिया के सबसे सक्रिय सक्रिय ज्वालामुखी में से एक है है।
सत्यारुप अंटार्कटिका के सबसे ऊंचे ज्वालामुखी माउंट सिडले पर चढ़ने वाले पहले भारतीय भी बने हैं, जो उन्हें उनके सात शिखरों और सात ज्वालामुखीय शिखरों पर चड़ने के सम्मेलन को साकार करने में मदद करेंगा.
स्रोत- दि इकोनॉमिक टाइम्स