
भारतीय नौसेना के जहाज रणविजय, कवरत्ती और पनडुब्बी आईएनएस सिंधुकेसरी सिंगापुर-भारत समुद्री द्विपक्षीय अभ्यास (सिम्बेक्स) के 30वें संस्करण में शामिल होने के लिए सिंगापुर पहुंचे हैं। यह भारतीय नौसेना और सिंगापुर गणराज्य नौसेना (आरएसएन) के बीच एक वार्षिक द्विपक्षीय नौसेना अभ्यास है। यह अभ्यास वर्ष 1994 से आयोजित किया जा रहा है। सिम्बेक्स को भारतीय नौसेना द्वारा किसी अन्य देश के साथ किया गया सबसे लंबा निरंतर नौसैनिक अभ्यास होने का भी गौरव प्राप्त है।
दो चरणों में आयोजित
सिम्बेक्स-2023 दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है – 21 से 24 सितंबर 2023 तक सिंगापुर में हार्बर चरण होगा, उसके बाद समुद्री चरण होगा। रणविजय, कवरत्ती और सिंधुकेसरी के अलावा, लंबी दूरी का समुद्री गश्ती विमान पी8I भी अभ्यास में भाग ले रहा है।
इसका उद्देश्य
हार्बर चरण में पेशेवराना बातचीत, क्रॉस-डेक दौरे, विषय वस्तु विशेषज्ञ आदान-प्रदान (एसएमईई) और खेल कार्यक्रमों की एक विस्तृत श्रृंखला होगी, इसका उद्देश्य दोनों नौसेनाओं के बीच पारस्पारिकता और आपसी समझ को बढ़ाना है। सिम्बेक्स 23 के समुद्री चरण में जटिल और उन्नत वायु रक्षा अभ्यास, गोलाबारी अभ्यास, सामरिक युद्ध अभ्यास, पनडुब्बी रोधी अभ्यास और अन्य समुद्री संचालन शामिल होंगे। दोनों नौसेनाओं की इकाइयां समुद्री क्षेत्र में संयुक्त रूप से बहु-अनुशासनात्मक संचालन की अपनी क्षमता को मजबूत करते हुए युद्ध के अपने कौशल को निखारने का प्रयास करेंगी।



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