Home   »   हांगकांग को पछाड़ भारत दुनिया का...

हांगकांग को पछाड़ भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा शेयर मार्केट बना

हांगकांग को पछाड़ भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा शेयर मार्केट बना |_3.1

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय शेयर बाजार हांगकांग को पीछे छोड़कर वैश्विक स्तर पर चौथा सबसे बड़ा इक्विटी बाजार बन गया है। ब्लूमबर्ग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार भारतीय एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध शेयरों का संयुक्त मूल्य 22 जनवरी 2024 को बंद होने तक 4.33 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया। वहीं, हांगकांग शेयर 4.29 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर था।

भारत का शेयर बाजार पूंजीकरण 5 दिसंबर, 2023 को पहली बार 4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर को पार कर गया। इसमें से लगभग आधा पिछले चार वर्षों में आया था। दुनिया के टॉप तीन स्टॉक मार्केट अमेरिका, चीन और जापान हैं।

 

निवेशकों को हुआ लाभ

जिन निवेशकों ने पिछले 12 महीने में भारतीय शेयर बाजार में निवेश किया है उन्हें शानदार रिटर्न मिला है। हालांकि शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है। पिछले वर्ष 2023 में शेयर बाजार के निवेशकों को अच्छा मौद्रिक लाभांश मिला। देश की अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से बढ़ रहा है। दुनिया भर में केंद्रीय बैंकों ने अपनी मौद्रिक नीति को सख्त कर लिया है। वहीं, भारत ने एक उज्जवल तस्वीर पेश की है।

वहीं, 2023 में सेंसेक्स और निफ्टी में 17-18 फीसदी की तेजी भी आई है। जबकि, वर्ष 2022 में सेंसेक्स और निफ्टी केवल 3-4 फीसदी बढ़ा था। ब्लूमबर्ग द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि हांगकांग के बेंचमार्क हैंग सेंग इंडेक्स में पिछले साल की तुलना में संचयी रूप से 32-33 प्रतिशत की गिरावट आई है।

 

दुनिया में चौथे स्थान पर भारतीय शेयर बाजार

हांगकांग का मार्केट हैंगसेंग ने लगातार 4 साल निगेटिव रिटर्न दिया, जबकि भारतीय बाजार ने लगातार 8 साल पॉजिटिव रिटर्न दिया। हांगकांग का मार्केट कैप 2021 की ऊंचाई के बाद 6 ट्रिलियन डॉलर के नीचे फिसला है, जबकि समान अवधि में भारतीय बाजार का कुल मार्केट कैप 3.5 ट्रिलियन था।

 

हांगकांग का मार्केट क्यों पिछड़ा?

हांगकांग की कंपनियों पर रेगुलेटरी नियमों और प्रॉपर्टी सेक्टर की दिक्कतों से बाजार में गिरावट दर्ज की गई। बाजार पर राजनीतिक अस्थिरता का भी असर दिखा। जबकि रिटेल निवेशकों की बाजार में दिलचस्पी और FIIs की दमदार खरीदारी से भारतीय बाजार में तेजी दर्ज की जा रही। भारतीय बाजारों में कंपनियों के मजबूत नतीजों से भी सपोर्ट मिल रहा। एनलिस्ट के मुताबिक जल्द ही भारतीय बाजार का कुल मार्केट कैप $5 ट्रिलियन के पार जाएगा।

 

 

 

हांगकांग को पछाड़ भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा शेयर मार्केट बना |_4.1