सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, इंडियन बैंक ने अपने ग्राहक उत्पादों के व्यापक डिजिटलीकरण की दिशा में एक रणनीतिक कदम के रूप में अपना डिजिटल ब्रोकिंग समाधान – ‘ई-ब्रोकिंग (E- Broking)’ पेश किया है। ई-ब्रोकिंग, एक त्वरित और कागज रहित डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलने की सेवा है। यह अब बैंक के मोबाइल बैंकिंग ऐप IndOASIS के माध्यम से उपलब्ध है। इसको इंडियन बैंक के वित्तीय प्रौद्योगिकी भागीदार फिसडम (Fisdom) के सहयोग से पेश किया गया है।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
मुख्य विशेषताएं (Highlights):
- ई-ब्रोकिंग पहल से बैंक को अपना CASA (Current Account Savings Account) बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- यह पहल ग्राहकों को भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की शुरुआती सार्वजानिक प्रस्ताव (Initial Public Offering (IPO)) में प्रभावी रूप से निवेश करने में सक्षम बनाती है।
- उपयोगकर्ताओं को डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलने से लेकर ब्रोकिंग सेवाओं को कम करके एक एकीकृत अनुभव प्रदान करेगा।
- जो द्वितीयक बाज़ार में अनुसंधान-आधारित निवेश द्वारा समर्थित है, यह एक ही मंच पर इक्विटी, फ्यूचर, विकल्प और शुरुआती सार्वजानिक प्रस्ताव (IPO) के साथ शुरू होता है।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
- इंडियन बैंक के एमडी और सीईओ: शांति लाल जैन;
- इंडियन बैंक की स्थापना: 15 अगस्त, 1907;
- इंडियन बैंक मुख्यालय: चेन्नई, तमिलनाडु;
- इंडियन बैंक टैगलाइन: Taking Banking Technology To The Common Man (बैंकिंग टेक्नोलॉजी को आम आदमी तक ले जाना)।