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भारतीय वायु सेना दिवस 2025: आधुनिक शक्ति और विरासत का जश्न

भारतीय वायु सेना दिवस 2025, 8 अक्टूबर को मनाया जाएगा, जो 1932 में भारतीय वायु सेना (IAF) की स्थापना की 93वीं वर्षगांठ का प्रतीक है। हर साल, यह दिन भारतीय वायु सेना कर्मियों के साहस और प्रतिबद्धता का सम्मान करने के साथ-साथ देश भर के वायु सेना अड्डों पर एयर शो, परेड और प्रदर्शनियों के माध्यम से भारत की बढ़ती वायु शक्ति का प्रदर्शन करता है। 2025 के समारोह, भारतीय वायु सेना के आधुनिकीकरण और परिचालन तत्परता पर ध्यान केंद्रित करने और विरासत को अत्याधुनिक तकनीकी क्षमताओं के साथ जोड़ने पर ज़ोर देते हैं।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

भारतीय वायु सेना (IAF) की आधिकारिक स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को ब्रिटिश शासन के तहत हुई थी। उस समय इसके पास केवल तीन विमान और चार अधिकारी थे।

समय के साथ, IAF विश्व की सबसे शक्तिशाली वायु सेनाओं में से एक बन गई है और इसने कई महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है:

  • 1947–48: कश्मीर संघर्ष

  • 1965 और 1971: भारत–पाक युद्ध

  • 1999: कारगिल युद्ध

  • आपदा राहत और संयुक्त राष्ट्र मिशन

इस यात्रा में IAF ने ब्रिटिश युग के द्विपंखीय विमानों से लेकर आधुनिक विमानों जैसे राफेल, तेजस, C-17 और चिनूक तक का सफर तय किया, जिससे यह ताकत और चुस्ती का प्रतीक बन गई।

भारतीय वायु सेना दिवस 2025: थीम और कार्यक्रम

संभावित थीम 2025: आधुनिककरण और संचालन की तत्परता (Modernization and Operational Readiness)
IAF ने आधिकारिक रूप से थीम की पुष्टि तो नहीं की है, लेकिन “Modernization and Operational Readiness” पर जोर देने की उम्मीद है। इसका उद्देश्य IAF की उन्नत प्लेटफॉर्म, साइबर क्षमताओं और संयुक्त ऑपरेशनों में तत्परता को दिखाना है।

भारतभर में कार्यक्रम:
भारतीय वायु सेना दिवस को जनता के लिए विविध कार्यक्रमों के माध्यम से मनाया जाता है, जैसे:

  • फाइटर जेट और हेलिकॉप्टर द्वारा एयर शो और फ्लायपास

  • वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मार्च-पास्ट और परेड समीक्षा

  • विमानों और हथियार प्रणालियों की स्थिर प्रदर्शनी

  • IAF के इतिहास और तकनीक को दर्शाने वाली प्रदर्शनी

मुख्य परेड स्थल: हिंदन एयर फ़ोर्स स्टेशन, दिल्ली के पास
मुख्य विमानों का फ्लायओवर: राफेल, तेजस, सु-30MKI, और एपाचे हेलिकॉप्टर

भारतीय वायु सेना (IAF) कमांड संरचना: 7 कमांड्स

कमांड मुख्यालय मुख्य भूमिका
पश्चिमी एयर कमांड (WAC) नई दिल्ली पश्चिमी सीमा हवाई रक्षा
पूर्वी एयर कमांड (EAC) शिलांग पूर्वी क्षेत्र की निगरानी
केंद्रीय एयर कमांड (CAC) प्रयागराज केंद्रीय समर्थन और संचालन
दक्षिणी एयर कमांड (SAC) थिरुवनंतपुरम तटीय और मानवीय मिशन
दक्षिण-पश्चिमी एयर कमांड (SWAC) गांधीनगर दक्षिण-पश्चिमी रक्षा और हवाई क्षेत्र निगरानी
प्रशिक्षण कमांड (TC) बेंगलुरु अधिकारियों और एयरमेन का प्रशिक्षण
रख-रखाव कमांड (MC) नागपुर उपकरण और विमानों का रख-रखाव

IAF रैंक संरचना

अधिकारियों के रैंक:

  • एयर चीफ मार्शल (Air Chief Marshal)

  • एयर मार्शल (Air Marshal)

  • एयर वाइस मार्शल (Air Vice Marshal)

  • एयर कमोडोर (Air Commodore)

  • ग्रुप कैप्टन (Group Captain)

  • विंग कमांडर (Wing Commander)

  • स्क्वाड्रन लीडर (Squadron Leader)

  • फ्लाइट लेफ्टिनेंट (Flight Lieutenant)

  • फ्लाइंग ऑफिसर (Flying Officer)

एयरमेन के रैंक:

  • मास्टर वारंट ऑफिसर (Master Warrant Officer)

  • वारंट ऑफिसर (Warrant Officer)

  • जूनियर वारंट ऑफिसर (Junior Warrant Officer)

  • सार्जेंट (Sergeant)

  • कॉर्पोरल (Corporal)

  • लीडिंग एयरक्राफ्टमैन (Leading Aircraftman)

  • एयरक्राफ्टमैन (Aircraftman)

स्थैतिक तथ्य

  • IAF दिवस: 8 अक्टूबर

  • स्थापना वर्ष: 1932

  • कमांड्स: 7 (5 ऑपरेशनल + 2 फंक्शनल)

  • शीर्ष रैंक: एयर चीफ मार्शल

  • अधिकारियों में प्रवेश मार्ग: NDA, AFCAT, CDS

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