भारतीय वायु सेना दिवस प्रतिवर्ष बड़े ही धूम-धाम के साथ 8 अक्टूबर को सेलिब्रेट किया जाता है। इस वर्ष भारत अपना 91वां इंडियन एयरफोर्स डे मना रहा है। इस दिन को भारतीय वायु सेना के कार्यों और देश के लिए वायु सेना के योगदान को सराहा जाता है। इसके साथ ही भारतीय वायु सेना का स्थापना दिवस भी सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन भारतीय सेना की ओर से भी देश भर के वायु स्टेशनों से लड़ाकू विमानों द्वारा करतब दिखाए जाते हैं और भारतीय वायु सेना का शक्ति प्रदर्शन किया जाता है।
इस खास दिन को सेलिब्रेट करने का मुख्य उद्देश्य भारत की वायु सेना को श्रद्धांजलि देना और उनके योगदान को स्वीकार करना है। यह दिन राष्ट्र के लिए सशस्त्र बलों द्वारा किए गए बलिदानों की याद दिलाता है और युवाओं को इसका हिस्सा बनने के लिए भी प्रोत्साहित करता है। भारतीय सेना ने कई ऐतिहासिक एयर बैटल लड़े हैं जिन्होंने युद्ध के मैदान पर भारत की एक मजबूत प्रतिष्ठा बनाने में मदद की है और अपने राष्ट्र की रक्षा के लिए अभूतपूर्व कौशल का प्रदर्शन किया है।
भारतीय वायु सेना दिवस 2023: थीम
किसी भी दिन को मनाने के लिए उसकी थीम पहले ही तय कर दी जाती है और फिर उस दिन को उसी थीम को ध्यान में रखकर सेलिब्रेट किया जाता है। भारत के 91वें वायु सेना दिवस की थीम “IAF – Airpower Beyond Boundaries” यानी कि भारतीय वायु सेना- सीमाओं से परे वायु सेना निर्धारित की गयी है।
भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य
भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य है- ‘नभ: स्पृशं दीप्तम’। यह गीता के 11वें अध्याय से लिया गया है। यह महाभारत के युद्ध के दौरान कुरूक्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए उपदेश का एक अंश है।
भारतीय वायु सेना दिवस: इतिहास
इंडियन एयरफोर्स की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को की गयी थी जिसके बाद से ही प्रतिवर्ष इस दिन को 8 अक्टूबर को मनाया जाता है। भारतीय वायु सेना का संस्थापक एयर मार्शल सुब्रोतो मुखर्जी को माना जाता है। आजादी के बाद 1 अप्रैल 1954 सुब्रोतो मुखर्जी को भारतीय वायु सेना का पहला वायु सेना प्रमुख नियुक्त किया गया। भारतीय वायु सेना का मुख्यालय देश की दिल्ली में स्थापित है।