भारतीय वायु सेना (Indian Air Force – IAF) ने पश्चिमी पंजाब सेक्टर में S-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली (air defence missile system) का पहला स्क्वाड्रन तैनात किया है जो पाकिस्तान और चीन से हवाई खतरों का ध्यान रखेगा। S-400 वायु रक्षा प्रणाली को भारत ने रूस से लगभग 35,000 करोड़ रुपये के सौदे में अनुबंधित किया था और 400 किमी तक के हवाई खतरों से निपटने के लिए भारत को पांच स्क्वाड्रन प्रदान किए जाएंगे।
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S-400 रक्षा मिसाइल प्रणाली के बारे में:
- सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली भारत को दक्षिण एशियाई आसमान में बढ़त दिलाएगी क्योंकि वे 400 किमी की दूरी से दुश्मन के विमानों और क्रूज मिसाइलों को बाहर निकालने में सक्षम होंगे।
- S-400 Triumf वायु रक्षा प्रणाली चार अलग-अलग मिसाइलों से लैस है जो दुश्मन के विमानों, बैलिस्टिक मिसाइलों और AWACS विमानों को 400 किमी, 250 किमी, मध्यम दूरी की 120 किमी और कम दूरी की 40 किमी पर मार सकती है।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
- भारतीय वायु सेना की स्थापना: 8 अक्टूबर 1932;
- भारतीय वायु सेना मुख्यालय: नई दिल्ली;
- भारतीय वायु सेना प्रमुख: विवेक राम चौधरी।