भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के बीच बंगाल की खाड़ी में चार दिनों तक चलने वाला मालाबार नौसैनिक अभ्यास का पहला चरण आरंभ हो गया है। भारतीय की और से दुश्मन को तबाही करने वाला रणविजय, शिवालिक, ऑफ-शोर गश्ती पोत सुकन्या, बेड़े की सहायता करने वाला पोत शक्ति और पनडुब्बी सिंधुराज अभ्यास में हिस्सा लेंगे। यूएस नेवी शिप यूएसएस जॉन एस मैक्केन (गाइडेड-मिसाइल डिस्ट्रॉयर), ऑस्ट्रेलियाई नेवी शिप HMAS बैलरैट (लंबी दूरी का युद्ध-पोत) और जापान मेरीटाइम सेल्फ डिफेंस शिप (JMSDF) शिप जेएस ओनामी (दुश्मन को मार गिराने वाला) युद्ध-पोत भारतीय नौसेना इकाइयों के साथ भाग ले रहे हैं।
अभ्यास के पहले चरण में, नौसेनाएँ एंटी-पनडुब्बी और वायु-रोधी संचालन, क्रॉस डेक फ्लाइंग, सीमन्सशिप इवोल्यूशन और हथियार फ़ेरिंग जैसे जटिल और उन्नत नौसैनिक अभ्यास करेंगे। इस अभ्यास का चरण- I 3 से 6 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा, जबकि चरण- II का आयोजन 17 से 20 नवंबर तक अरब सागर में किया जाना है। यह पहला मौका है जब 2007 के बाद क्वाड (क्वाड सदस्य राष्ट्र भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया हैं) या चार गठबंधन के सदस्य देश एक साथ इस अभ्यास में भाग ले रहे हैं ।
मालाबार अभ्यास के बारे में:
मालाबार अभ्यास की शुरुआत साल 1992 में हिंद महासागर में भारतीय नौसेना और अमेरिकी नौसेना के बीच एक द्विपक्षीय अभ्यास के रूप में की गई थी। जापान 2015 में इस अभ्यास का स्थायी सदस्य बना था।