भारत एक बार फिर प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं को पीछे छोड़ते हुए चालू वित्त वर्ष (FY 2025) में 6.5% जीडीपी वृद्धि दर के साथ मजबूत प्रक्षेपण बनाए हुए है। अमेरिकी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स (S&P) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत विश्व स्तर पर सबसे तेज़ी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
यह अनुमान वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच भारत की आर्थिक मजबूती को दर्शाता है और समसामयिक घटनाओं में भारतीय अर्थव्यवस्था, वैश्विक रैंकिंग और अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट्स जैसे खंडों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
S&P रिपोर्ट की मुख्य झलकियाँ
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जीडीपी वृद्धि का अनुमान: भारत की अर्थव्यवस्था FY 2025 में 6.5% की दर से बढ़ने की संभावना।
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वैश्विक स्थिति: प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनी रहेगी।
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नीतिगत स्थिरता: आर्थिक सुधार, नीतिगत स्थायित्व और अवसंरचना निवेश को प्रमुख विकास चालक बताया गया।
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झटकों से निपटने की क्षमता: आपूर्ति श्रृंखला व्यवधान और भू-राजनीतिक तनाव जैसी चुनौतियों के बावजूद भारत ने स्थिरता बनाए रखी।
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भविष्य की दृष्टि: वैश्विक व्यापार में अधिक एकीकरण से रोजगार अवसर और उत्पादकता में वृद्धि होगी।
भारत की मजबूत विकास गति के पीछे कारण
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सुधार और व्यापार सुगमता: नियमों का सरलीकरण, डिजिटलीकरण और पारदर्शिता से निवेश माहौल बेहतर हुआ।
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अवसंरचना निवेश: परिवहन, शहरी विकास, ऊर्जा और डिजिटल अवसंरचना में बड़े निवेश।
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निर्माण और निर्यात: पीएलआई योजनाएँ, मेक इन इंडिया और व्यापार विविधीकरण से उत्पादन में वृद्धि।
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घरेलू खपत: बड़ी उपभोक्ता आबादी और उभरता मध्यम वर्ग घरेलू मांग को मजबूत बनाए हुए है।
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तकनीक और नवाचार: फिनटेक, ई-कॉमर्स और सेवाओं में तेज़ तकनीकी अपनाने से आर्थिक परिवर्तन को गति मिली।
स्थिर तथ्य
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रिपोर्ट जारी करने वाला: स्टैंडर्ड एंड पुअर्स (S&P)
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FY 2025 के लिए वृद्धि अनुमान: 6.5%
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स्थिति: सबसे तेज़ी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था
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मुख्य चालक: सुधार, अवसंरचना, नीतिगत स्थिरता


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