रिपोर्ट को भारतीय वन सर्वेक्षण (FSI) द्वारा प्रकाशित किया जाता है। FSI की स्थापना देश के वन और वृक्ष संसाधनों का आकलन करने के लिए की गई है, जिसमें दो साल के अंतराल पर आईएसएफआर रिपोर्ट प्रकाशित करता है। यह भारत में वन क्षेत्र की स्थिति रिपोर्ट का 16 वां संस्करण है। 2017 के आकलन की तुलना में देश के हरित क्षेत्र में 5,188 वर्ग किमी की बढ़ोतरी हुई है जिसमें वन क्षेत्र और वन से इतर वृक्षों से आच्छादित हरित क्षेत्र भी शामिल है।।
- देश का कुल वन और वृक्षावरण 80.73 मिलियन हेक्टेयर है। जो देश के कुल क्षेत्रफल का 24.56 प्रतिशत है।
- पिछले 4 वर्षों में वन और वृक्षावरण में 130 मिलियन हेक्टेयर से अधिक की बढ़ोतरी हुई है।
- क्षेत्र की दृष्टि से मध्य प्रदेश में देश का सबसे बड़ा वन क्षेत्र है।
- कुल भौगोलिक क्षेत्र के प्रतिशत के रूप में वन आवरण के संदर्भ में, शीर्ष पांच राज्य मिजोरम (85.41%), अरुणाचल प्रदेश (79.63%), मेघालय (76.33%), मणिपुर (75.46%) और नागालैंड (75.31%) हैं।
- आईएसएफआर 2017 की तुलना में, वन कवर में वृद्धि 3,976 वर्ग किमी की देखी गई है और जो वृक्षावरण में 2-212 वर्ग किमी है।
- वन आवरण में वृद्धि करने वाले शीर्ष तीन राज्य कर्नाटक (1,025 वर्ग किमी) हैं, इसके बाद आंध्र प्रदेश (990 वर्ग किमी) और केरल (823 वर्ग किलोमीटर) हैं।
- ISFR 2019 रिपोर्ट में मैंग्रोव कवर को अलग से दिखाया गया है और देश में कुल मैंग्रोव कवर 4,975 वर्ग किमी है, जिसमें 2017 की तुलना में 54 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है। मैंग्रोव वृद्धि को दिखाने वाले शीर्ष तीन राज्य गुजरात (37 वर्ग किमी) महाराष्ट्र (16 वर्ग किमी) और ओडिशा (8 वर्ग किमी) हैं।
- देश के बाँस वहन क्षेत्र में 0.32 मिलियन हेक्टेयर की वृद्धि दर्शाते हुए 16 मिलियन हेक्टेयर अनुमानित की गई है।
- देश में कुल उत्सर्जित कार्बन 7,124.6 मिलियन टन अनुमानित है और देश के उत्सर्जित कार्बन में 2017 के पिछले आकलन के मुकाबले 42.6 करोड़ टन की वृद्धि हुई।
- देश के रिकॉर्डेड फॉरेस्ट एरिया (RFA) / ग्रीन वॉश (GW) के भीतर 3.8% क्षेत्र में 62,466 आर्द्र भूमि (वेटलैंड्स) हैं।
उपरोक्त समाचार से सभी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री: प्रकाश जावड़ेकर