हिंद-प्रशांत साझेदारों के साथ एकजुटता के संकेत के रूप में भारत ने मानवीय सहायता के तहत फ़िजी को 5 मीट्रिक टन लोबिया (काली आंख वाली फलियां) के बीज भेजे हैं। यह पहल भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य कृषि लचीलापन बढ़ाना, किसानों को सशक्त बनाना और प्रशांत द्वीप राष्ट्र में खाद्य सुरक्षा को मजबूत करना है।
सहायता का विवरण
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मात्रा: 5 मीट्रिक टन
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बीज का प्रकार: लोबिया (काली आंख वाली फलियां) के बीज
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उद्देश्य: फ़िजी में कृषि उत्पादन का समर्थन
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हस्तांतरण स्थल: साबेटो, नादी, फ़िजी
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क्रियान्वयन एजेंसी: भारत सरकार की ओर से सुवा स्थित भारतीय उच्चायोग
कूटनीतिक और रणनीतिक संदर्भ
यह सहायता वितरण भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी के अनुरूप है, जिसका लक्ष्य है:
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हिंद-प्रशांत देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना।
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साझेदार देशों को मानवीय और विकासात्मक सहायता प्रदान करना।
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कृषि और खाद्य सुरक्षा में दक्षिण–दक्षिण सहयोग को बढ़ावा देना।
फ़िजी के लिए अपेक्षित लाभ
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कृषि लचीलापन: लोबिया के बीज सूखा-सहिष्णु होते हैं और विभिन्न जलवायु परिस्थितियों में उपयुक्त हैं, जिससे किसान जलवायु परिवर्तन के अनुरूप ढल सकते हैं।
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खाद्य सुरक्षा: प्रोटीन-समृद्ध फसलों के घरेलू उत्पादन में वृद्धि।
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किसान सशक्तिकरण: गुणवत्तापूर्ण बीजों की बेहतर उपलब्धता से स्थायी आजीविका को बढ़ावा।


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