भारत ने कई प्रमुख खनिजों में प्रभावशाली रैंकिंग के साथ खनिज उत्पादन में वैश्विक नेता के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक, तीसरा सबसे बड़ा चूना उत्पादक और चौथा सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक है। चालू वित्त वर्ष में लौह अयस्क और चूना पत्थर के उत्पादन में निरंतर वृद्धि उपयोगकर्ता उद्योगों जैसे इस्पात और सीमेंट में मजबूत मांग की स्थिति को दर्शाती है। एल्युमीनियम में वृद्धि के साथ, ये विकास रुझान ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, निर्माण, ऑटोमोटिव और मशीनरी जैसे उपयोगकर्ता क्षेत्रों में निरंतर सुदृढ़ आर्थिक गतिविधि की ओर संकेत करते हैं।
वित्त वर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड तोड़ उत्पादन
वित्त वर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड उत्पादन स्तर पर पहुंचने के बाद, देश में लौह अयस्क और चूना पत्थर जैसे प्रमुख खनिजों के उत्पादन में वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में उल्लेखनीय वृद्धि जारी रही है। मूल्य के आधार पर कुल एमसीडीआर खनिज उत्पादन में लौह अयस्क और चूना पत्थर का योगदान लगभग 80 प्रतिशत है। वित्त वर्ष 2023-24 में इन महत्वपूर्ण खनिजों के उत्पादन के आंकड़े इस प्रकार थे:
- वित्त वर्ष 2023-24 में लौह अयस्क का उत्पादन 275 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी)
- वित्त वर्ष 2023-24 में चूना पत्थर का उत्पादन 450 एमएमटी
ये आंकड़े न केवल भारत के खनिज क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्शाते हैं, बल्कि इन कच्चे मालों पर निर्भर विभिन्न उद्योगों की मजबूत मांग को भी इंगित करते हैं।
लौह अयस्क का उत्पादन
लौह अयस्क का उत्पादन वित्त वर्ष 2023-24 (अप्रैल-जून) में 72 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-जून) में 79 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) हो गया है, जो 9.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
चूना पत्थर का उत्पादन
चूना पत्थर का उत्पादन वित्त वर्ष 2023-24 (अप्रैल-जून) में 114 एमएमटी से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-जून) में 116 एमएमटी हो गया है, जो 1.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
मैंगनीज अयस्क का उत्पादन
मैंगनीज अयस्क का उत्पादन वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-जून) में 11 प्रतिशत बढ़कर 1.0 एमएमटी हो गया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 0.9 एमएमटी था।
अलौह धातु क्षेत्र में
अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, अलौह धातु क्षेत्र में, वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-जून) में प्राथमिक एल्युमीनियम उत्पादन में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 1.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। यह वित्त वर्ष 2023-24 (अप्रैल-जून) में 10.28 लाख टन (एलटी) थी, जो वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-जून) में बढ़कर 10.43 लाख टन हो गया।