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भारत-मॉरीशस विशेष आर्थिक पैकेज 2025

भारत और मॉरीशस ने एक बार फिर अपनी मित्रता और सहयोग के मजबूत संबंधों को और प्रगाढ़ किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम ने भारत की राजकीय यात्रा की। इस अवसर पर दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की। इन वार्ताओं के पश्चात भारत ने मॉरीशस के लिए एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की, जिसमें महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे, स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा तथा सामरिक सहयोग से जुड़े परियोजनाओं को शामिल किया गया है।

अनुदान सहायता के अंतर्गत प्रमुख परियोजनाएँ

भारत ने लगभग 215 मिलियन अमेरिकी डॉलर (MUR 9.80 बिलियन) मूल्य की अनुदान आधारित परियोजनाओं के माध्यम से मॉरीशस का सहयोग करने का संकल्प लिया है। प्रमुख पहलें इस प्रकार हैं–

  • नया सर शिवसागर रामगुलाम राष्ट्रीय अस्पताल – स्वास्थ्य सेवा अवसंरचना को सुदृढ़ करना।

  • आयुष उत्कृष्टता केंद्र – पारंपरिक चिकित्सा, आयुर्वेद, योग एवं समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देना।

  • पशु चिकित्सा विद्यालय एवं पशु अस्पताल – पशु चिकित्सा शिक्षा और पशु स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करना।

  • हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति – हवाई गतिशीलता और आपदा प्रबंधन क्षमताओं को मजबूत बनाना।

अनुदान–सह–ऋण रेखा (LOC) के अंतर्गत परियोजनाएँ

बड़े पैमाने पर अवसंरचना विकास के लिए भारत लगभग 440 मिलियन अमेरिकी डॉलर (MUR 20.10 बिलियन) की अनुदान–सह–LOC व्यवस्था के माध्यम से सहायता प्रदान करेगा। इसमें शामिल प्रमुख परियोजनाएँ हैं–

  • एसएसआर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नए एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) टावर का समापन – हवाई यातायात प्रबंधन को आधुनिक बनाना।

  • मोटरवे M4 का विकास – सड़क संपर्क को सुदृढ़ करना।

  • रिंग रोड चरण–II का विकास – यातायात जाम को कम करना और शहरी गतिशीलता में सुधार लाना।

  • कार्गो हैंडलिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड (CHCL) द्वारा बंदरगाह उपकरणों का अधिग्रहण – समुद्री व्यापार क्षमता को बढ़ावा देना।

रणनीतिक सहयोग

आर्थिक और अवसंरचना परियोजनाओं से आगे बढ़ते हुए भारत और मॉरीशस ने रणनीतिक क्षेत्रों में भी सहयोग पर सहमति व्यक्त की है। इनमें प्रमुख हैं–

  • मॉरीशस में बंदरगाह का पुनर्विकास और पुनर्संरचना – समुद्री व्यापार और लॉजिस्टिक्स को सुदृढ़ करना।

  • चागोस समुद्री संरक्षित क्षेत्र का विकास और निगरानी – पर्यावरणीय स्थिरता और क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करना।

बजटीय सहायता

उपरोक्त परियोजनाओं के अतिरिक्त भारत ने वर्तमान वित्तीय वर्ष के दौरान मॉरीशस को 25 मिलियन अमेरिकी डॉलर की बजटीय सहायता प्रदान करने पर भी सहमति जताई है।

पैकेज का महत्व

यह घोषणा हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में एक प्रमुख साझेदार के रूप में मॉरीशस को समर्थन देने की भारत की दीर्घकालिक नीति को दर्शाती है। यह पैकेज सुदृढ़ करेगा–

  • मॉरीशस की स्वास्थ्य एवं शिक्षा प्रणाली

  • अवसंरचना विकास, जिससे संपर्क और व्यापार को प्रोत्साहन मिलेगा।

  • रणनीतिक सुरक्षा और समुद्री सहयोग, जो क्षेत्रीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है।

  • जन–से–जन संबंध, जो भारतीय प्रवासी और मित्र राष्ट्रों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।

मुख्य तथ्य / महत्वपूर्ण बिंदु

  • कुल सहायता : ~680 मिलियन अमेरिकी डॉलर (USD 215 मिलियन + USD 440 मिलियन + USD 25 मिलियन)

  • शामिल क्षेत्र : स्वास्थ्य, शिक्षा, पशु चिकित्सा सेवाएँ, परिवहन, बंदरगाह और पर्यावरण

  • रणनीतिक क्षेत्र : बंदरगाह पुनर्विकास एवं चागोस समुद्री संरक्षित क्षेत्र

  • महत्व : भारत–मॉरीशस साझेदारी को गहरा करना, क्षेत्रीय संपर्क और सुरक्षा को बढ़ावा देना

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