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भारत ने सुरक्षा और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए पहला एआई डेटा बैंक लॉन्च किया

भारत ने अपनी पहली कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) डेटा बैंक की शुरुआत की है, जो नवाचार को बढ़ावा देने और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इस ऐतिहासिक कदम की घोषणा केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ASSOCHAM AI लीडरशिप मीट 2024 के दौरान की। यह पहल भारत की व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जो आर्थिक विकास और शासन में AI का उपयोग बढ़ाने पर केंद्रित है। इस डेटा बैंक का उद्देश्य शोधकर्ताओं, स्टार्टअप्स और डेवलपर्स को उच्च गुणवत्ता वाले डेटा सेट्स तक पहुंच प्रदान करना है, ताकि स्वास्थ्य सेवा, अंतरिक्ष अनुसंधान और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में व्यापक AI समाधान विकसित किए जा सकें।

भारत के भविष्य के विकास के लिए रणनीतिक AI रोडमैप

  • AI अब भारत की दीर्घकालिक विकास रणनीति का एक मुख्य तत्व बनता जा रहा है।
  • सरकार ने शासन, व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में AI को सक्रिय रूप से शामिल किया है।
  • मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने AI की क्षमता पर जोर दिया, जो जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन और सार्वजनिक सेवा वितरण जैसे मुद्दों को हल करते हुए विकास को बढ़ावा दे सकता है।
  • यह पहल राष्ट्रीय कृत्रिम बुद्धिमत्ता रणनीति का विस्तार है, जो नवाचार, नैतिक शासन और वैश्विक सहयोग पर केंद्रित है।

राष्ट्रीय सुरक्षा में AI डेटा बैंक की महत्वपूर्ण भूमिका

  • यह डेटा बैंक उपग्रह, ड्रोन और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) डेटा के वास्तविक समय विश्लेषण के माध्यम से राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करेगा।
  • इस पहल का उद्देश्य साइबर सुरक्षा और आपदा प्रबंधन में पूर्वानुमानित विश्लेषण के लिए AI का उपयोग करना है।
  • विविध और उच्च गुणवत्ता वाले डेटा सेट्स तक पहुंच प्रदान करके, डेटा बैंक उन AI समाधानों के विकास को गति देगा जो भारत की सीमाओं और बुनियादी ढांचे की रक्षा में योगदान कर सकते हैं।

AI के जिम्मेदार और पारदर्शी उपयोग की प्रतिबद्धता

  • मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने AI तकनीक के जिम्मेदार उपयोग की आवश्यकता पर जोर दिया, जिसमें निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करना शामिल है।
  • उन्होंने डेटा गोपनीयता और एल्गोरिदमिक पक्षपात जैसे मुद्दों को हल करने के लिए मजबूत शासन ढांचे की आवश्यकता दोहराई।
  • उन्होंने कहा कि AI का उद्देश्य नागरिकों को सशक्त बनाना और असमानताओं को कम करना है, न कि उनकी जगह लेना।
  • इस आयोजन ने 2047 तक वैश्विक AI विकास में भारत के नेतृत्व के दृष्टिकोण को सशक्त किया, जिसमें जिम्मेदार और समावेशी AI को बढ़ावा देना शामिल है।

वैश्विक सहयोग और नैतिक AI फ्रेमवर्क

  • इस आयोजन में वैश्विक सहयोग और नैतिक AI को अपनाने के महत्व पर जोर दिया गया।
  • डॉ. सिंह ने UN और G20 जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों में भारत की सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया, ताकि AI के लिए नियम-आधारित ढांचा तैयार करने में योगदान दिया जा सके।
  • यह पहल नैतिक शासन और नवाचार के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को मजबूत करती है और भारत को वैश्विक AI पारिस्थितिकी तंत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करती है।

समाचार का सारांश

Why in News Details
भारत के पहले एआई डेटा बैंक का शुभारंभ (2024) केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने 7वें एसोचैम एआई लीडरशिप मीट 2024 में नवाचार और राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए भारत का पहला एआई डेटा बैंक लॉन्च किया।
प्रमुख मंत्री शामिल जितेंद्र सिंह, केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
आयोजन एसोचैम एआई लीडरशिप मीट 2024 का 7वां संस्करण
कार्यक्रम का विषय “भारत के लिए एआई: भारत के एआई विकास को आगे बढ़ाना – नवाचार, नैतिकता और शासन”
एआई डेटा बैंक का उद्देश्य शोधकर्ताओं, स्टार्टअप्स और डेवलपर्स को स्केलेबल एआई समाधान बनाने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले, विविध डेटासेट प्रदान करना।
एआई के प्रभाव क्षेत्र शासन, व्यवसाय, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, अंतरिक्ष अन्वेषण, राष्ट्रीय सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन, साइबर सुरक्षा
तकनीकी फोकस राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ाने के लिए उपग्रह, ड्रोन और IoT डेटा का AI-संचालित वास्तविक समय विश्लेषण।
सरकार का फोकस पारदर्शी और निष्पक्ष शासन के साथ एआई प्रणालियों का विकास करना, एल्गोरिदम संबंधी पूर्वाग्रह और डेटा गोपनीयता को संबोधित करना।
भारत की एआई रणनीति एआई के लिए भारत की राष्ट्रीय रणनीति नवाचार, नैतिक शासन और वैश्विक सहयोग पर केंद्रित है।
वैश्विक एआई भागीदारी भारत का लक्ष्य नियम-आधारित एआई ढांचे को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र और जी-20 जैसे वैश्विक मंचों में सक्रिय रूप से भाग लेना है।
राष्ट्रीय सुरक्षा में एआई की भूमिका राष्ट्रीय सुरक्षा और आपदा प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए उपग्रह, ड्रोन और IoT क्षेत्रों में वास्तविक समय डेटा विश्लेषण के लिए AI का उपयोग किया जाता है।
एआई के लिए मंत्री का दृष्टिकोण वर्ष 2047 तक भारत का लक्ष्य एआई विकास के प्रति जिम्मेदार और समावेशी दृष्टिकोण के साथ वैश्विक एआई नेता बनना है।
एआई का मुख्य उद्देश्य एआई को विभाजन को पाटना होगा, नागरिकों को सशक्त बनाना होगा, तथा मानवीय नौकरियों को समाप्त किए बिना एआई के लाभों तक समान पहुंच सुनिश्चित करनी होगी।
डेटा उपयोग एआई डेटा बैंक साइबर सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के लिए पूर्वानुमानात्मक विश्लेषण में सहायता करेगा।
नागरिकों के लिए एआई सशक्तिकरण सभी नागरिकों के लिए एआई प्रौद्योगिकी तक समान पहुंच सुनिश्चित करना, एल्गोरिदम संबंधी पूर्वाग्रह और डेटा गोपनीयता जैसी चुनौतियों का समाधान करना।
भारत सरकार की रणनीति स्वास्थ्य सेवा, कृषि और अंतरिक्ष अन्वेषण जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में एआई अनुप्रयोगों को बढ़ावा देने के लिए शिक्षाविदों, निजी उद्यमों और स्टार्टअप्स के बीच साझेदारी को बढ़ावा देना।
भारत ने सुरक्षा और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए पहला एआई डेटा बैंक लॉन्च किया |_3.1

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