प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 74 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रतिष्ठित लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और लगातार सातवीं बार स्वतंत्रता दिवस भाषण दिया। उन्होंने अपने 1 घंटे 26 मिनट लंबे भाषण में “आत्म निर्भर भारत”, “लोकल टू वोकल” और “मेक इन इंडिया टू मेक फॉर वर्ल्ड” जैसो विषयों पर ध्यान जोर दिया।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 74 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में नोवेल कोरोनवायरस के खिलाफ लड़ने वाले फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं की हौसलाअफजाई की। पीएम मोदी ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने के महत्व पर बल देते हुए कहा कि यह केवल एक शब्द नहीं है, बल्कि सभी देशवासियों के लिए एक “मंत्र” होना चाहिए। लाल किले पर हुए इस स्वतंत्रता दिवस समारोह में राजनयिकों, अधिकारियों और मीडिया कर्मियों सहित 4,000 से अधिक लोगों ने हिसा लिया। यह कार्यक्रम सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुसार आयोजित किया गया, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग यानि दो गज की दूरी और मास्क पहनना अनिवार्य था।
21 तोपों की सलामी:
2233 फील्ड बैटरी (सेरेमोनियल) के तोप चलाने वाले बहादुर सैनिकों द्वारा 21 तोपों की सलामी के साथ तिरंगा फहराया गया। मेजर श्वेता पांडे ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने में पीएम की सहायता की। सेरेमोनियल बैटरी की कमान लेफ्टिनेंट कर्नल जितेंद्र सिंह मेहता और गन पोजिशन ऑफिसर नायब सूबेदार (एआईजी) अनिल चंद के हाथ में थी। सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस के एक-एक अधिकारी और 24 पुरुषों वाले राष्ट्रीय ध्वज गार्ड की टुकड़ी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने के दौरान पीएम को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया।
पीएम के भाषण की मुख्य बातें:
- प्रधानमंत्री ने भारत माता की जय, वंदे मातरम, जय हिंद के नारों के साथ अपने भाषण को शुरू किया!
- इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन को शुरू करने की घोषणा की, जिसके तहत सभी भारतीय को एक विशेष स्वास्थ्य आईडी कार्ड दिया जाएगा। प्रत्येक भारतीय को एक स्वास्थ्य आईडी दी जाएगी जिसमें उनकी सभी जानकारी होगी। इसमें आप किस बीमारी से पीड़ित हैं, किस डॉक्टर से सलाह अथवा इलाज लिया जा रहा है अथवा आप वर्तमान में कौन सी दवाइयां ले रहे हैं जैसी सारी जानकारी आपकी हेल्थ आईडी में दर्ज होगी।
- ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क का विस्तार सभी गांवों तक किया जाएगा। पिछले 5 वर्षों में, 1.5 लाख ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया है। अगले 1000 दिनों के भीतर, भारत के 6 लाख गांवों में ऑप्टिकल फाइबर ले जाएगा।
- भारत नवीकरणीय ऊर्जा में शीर्ष 5 देशों में से एक है। भारत देश में प्रदूषण को कम करने के लिए निरंतर काम कर रहा है। भारत 2000 करोड़ इथेनॉल तैयार करने में लगा हुआ है, जिससे पूरे देश को फायदा मिलेगा।
- पीएम मोदी ने घोषणा की कि केंद्र ने लड़कियों की शादी के लिए न्यूनतम आयु पर पुनर्विचार करने के लिए एक समिति का गठन किया है।
- प्रोजेक्ट डॉल्फिन के तहत भारतीय नदियों में दो प्रकार की डॉल्फ़िन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- भारत सिक्किम की तर्ज पर लद्दाख को भी कार्बन-तटस्थ राज्य के रूप में विकसित करने में जुटा है।
- भारत सबसे पहले पड़ोस देशों पर ध्यान केंद्रित करेगा। आसियान भारत के फोकस का एक हिस्सा भी है।
- राष्ट्र की सुरक्षा के लिए तटीय आधारभूत संरचना बहुत महत्वपूर्ण है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह हाई स्पीड इंटरनेट के साथ कनेक्टिविटी प्रदान की है। अगले 1000 दिनों में लक्षद्वीप को हाई-स्पीड इंटरनेट से भी जोड़ा जाएगा।
- प्रधान मंत्री ने आगे महिला सशक्तिकरण की भूमिका पर प्रकाश डाला और भारत की महिलाओं के विकास को और गति देने के लिए सरकार द्वारा की गई पहलों के बारे में बताया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे अब महिलाओं को भारतीय सेना और भारतीय नौसेना में एक स्थायी रोजगार प्राप्त करने का अवसर मिला है।
- प्रधान मंत्री ने धारा 370 को हटाने के एक वर्ष की बात की। उन्होंने कहा कि इस एक वर्ष ने जम्मू और कश्मीर के विकास की नई यात्रा का मार्ग प्रशस्त किया है।
- जल जीवन मिशन के तहत, भारत 2 करोड़ से अधिक परिवारों को, विशेष रूप से दूर-दराज के क्षेत्रों में स्वच्छ पानी प्रदान करने में सक्षम बना है।
- किसानों को आधुनिक आधारभूत संरचना प्रदान करने के लिए कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड बनाया गया। यह फंड 1 लाख करोड़ रुपये का है।
- 110 संभावित जिलों की पहचान की गई, जिनमे यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं कि लोगों को बेहतर शिक्षा, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और बेहतर रोजगार के अवसर मिलें।
- प्रधानमंत्री ने ‘आत्मनिर्भर भारत’की दिशा में काम करने में शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नई लॉन्च की गई नई शिक्षा नीति, जो लगभग 3 दशकों के बाद शुरू की गई है, भारतीय छात्रों को वैश्विक नागरिक बनाएगी।
- भारत ने अपने पिछले सभी एफडीआई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भारत ने एक महामारी के दौरान भी एफडीआई में 18 प्रतिशत की वृद्धि की।
- भारत तीन COVID-19 टीके विकसित कर रहा है, जो वर्तमान में परिक्षण के अलग-अलग चरण में हैं। प्रधान मंत्री ने आश्वासन दिया कि वैक्सीन को जरुरी मंजूरी मिलने के बाद यह सुनिश्चित किया जाएगा कि यह सभी तक आसानी तक पहुँच जाए।