भारत और अफगानिस्तान ने अफगानिस्तान में काबुल नदी की एक सहायक नदी पर शतूट बांध (लालंदर बांध) के निर्माण के लिए वीडियो-टेलीकांफ्रेंसिंग (VTC) पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. लगभग 300 मिलियन डॉलर की लागत वाली यह परियोजना भारत और अफगानिस्तान के बीच न्यू डेवलपमेंट पार्टनरशिप का एक हिस्सा है.
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समझौता ज्ञापन के बारे में:
- भारतीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद अशरफ गनी की उपस्थिति में विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर और अफगानिस्तान के विदेश मंत्री श्री हनीफ अतमार के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.
- लालंदर [शतूट] बांध, काबुल शहर की सुरक्षित पेयजल जरूरतों को पूरा करेगा, आस-पास के क्षेत्रों को सिंचाई का पानी प्रदान करेगा, मौजूदा सिंचाई और जल निकासी नेटवर्क का पुनर्वास करेगा, क्षेत्र में बाढ़ से बचाव और प्रबंधन के प्रयासों में मदद करेगा, और साथ ही क्षेत्र को बिजली भी प्रदान करेगा.
- भारत – अफगानिस्तान मैत्री बांध [सलमा बांध] के बाद, जिसका उद्घाटन जून 2016 में किया गया था, यह अफगानिस्तान में भारत द्वारा बनाया जा रहा दूसरा बड़ा बांध है.
आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य:
- अफगानिस्तान की राजधानी: काबुल.
- अफगानिस्तान के राष्ट्रपति: अशरफ गनी.
- अफ़ग़ानिस्तान मुद्रा: अफ़ग़ान अफ़गानी.
- अफ़गानिस्तान आधिकारिक भाषाएँ: पश्तो, दारी.