नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (NABARD) ने कृषि और ग्रामीण केंद्रित स्टार्टअप्स में इक्विटी निवेश के लिए 700 करोड़ रुपये के वेंचर कैपिटल फंड की घोषणा की है. नाबार्ड अब तक अन्य धनराशि में योगदान दे रहा है और यह पहली बार है कि ग्रामीण विकास बैंक ने स्वयं का एक कोष शुरू किया है.
फंड को नाबार्ड की एक सहायक कंपनी नाबिटर्स द्वारा लॉन्च किया गया है, और इसमें 200 करोड़ रुपये की ओवर-सब्सक्रिप्शन को बनाए रखने के विकल्प के साथ 500 करोड़ रुपये का प्रस्तावित कोष है, जिसे ग्रीनशो विकल्प कहा जाता है. फंड का उच्च प्रभाव होगा क्योंकि यह कृषि, भोजन और ग्रामीण आजीविका के सुधार के मुख्य क्षेत्रों में निवेश पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देगा.
स्रोत- द हिंदू बिजनेस लाइन
उपरोक्त समाचार से LIC AAO Mains परीक्षा 2018 के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- नाबार्ड के अध्यक्ष- हर्ष कुमार भनवाला, मुख्यालय- मुंबई, 12 जुलाई 1982 को स्थापित किया गया.
- नाबार्ड अब सरकार के 100% स्वामित्व में है.



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