अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने 2023 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। यह अप्रैल में बताए गए अनुमान से 0.2 प्रतिशत ज्यादा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा कि मजबूत घरेलू निवेश के परिणामस्वरूप 2022 की चौथी तिमाही में उम्मीद से अधिक मजबूत वृद्धि दिखी।
इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड ने जनवरी-मार्च (चौथी तिमाही) के शानदार प्रदर्शन और ग्रोथ नंबर के कारण 2023-24 के लिए भारत का जीडीपी ग्रोथ अनुमान को संशोधित किया है। IMF ने भारत के GDP अनुमान में 0.20 फीसदी की बढ़ोतरी करते हुए इसे 6.1 फीसदी कर दिया है। गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 7.2 फीसदी की दर से आगे बढ़ने का अनुमान आईएमएफ द्वारा जारी किया गया है। वहीं वर्ष 2025 में इसके 6.3 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया है।
IMF आउटलुक रिपोर्ट जारी
आईएमएफ (IMF) ने 25 जुलाई को जारी अपनी वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक (WEO) रिपोर्ट में कहा है कि भारत के लिए GDP Growth पूर्वानुमान में अपग्रेड मजबूत घरेलू निवेश के कारण उम्मीद से अधिक मजबूत ग्रोथ को दर्शाता है। अप्रैल में जारी किए गए आउटलुक में जीडीपी ग्रोथ अनुमान को घटाकर 5.9 फीसदी किया गया था। बता दें एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने वित्त वर्ष 24 के लिए ये अनुमान 6.4 फीसदी और भारतीय रिजर्व बैंक ने 6.5 फीसदी जाहिर किया है।
महंगाई से मिलेगी राहत
आईएमएफ ने कहा कि दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों के ब्याज दरें बढ़ाने से आर्थिक गतिविधियों पर असर पड़ रहा है। लेकिन, महंगाई घटने की उम्मीद है। 2023 में वैश्विक महंगाई 2022 के 8.7% से घटकर 6.8 फीसदी व 2024 में 5.2 फीसदी रह सकती है।