विश्व बैंक-अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की वार्षिक बैठक एक निराशाजनक नोट पर शुरू की गयी जिसमें 2019 में IMF की वैश्विक विकास दर 3 प्रतिशत तक घट गयी है जो कि वित्तीय संकट के बाद से सबसे धीमी है।
भारत की विकास दरों को भी 2019 और 2020 में क्रमशः 6.1% और 7.0% तक घटा दिया गया है, जो अप्रैल दरों के सापेक्ष 1.2 प्रतिशत अंकों और 0.5 प्रतिशत अंकों की गिरावट के साथ घरेलू मांग से कमज़ोर हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-जून तिमाही में भारत की विकास दर 5% तक गिर गई है, जो छह वर्षों में सबसे कम है। उपभोग, निवेश और निर्यात में भी कमी आई है।
IMF ने बताया कि अमेरिका 2019 और 2020 में क्रमशः 2.4% और 2.1% की दर से वृद्धि करेगा। चीन के लिए, 2019 और 2020 में विकास दर 6.1% और 5.8% से बढ़ने की उम्मीद है।
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- आईएमएफ के एमडी: क्रिस्टालिना जॉर्जीवा, मुख्यालय: वाशिंगटन डीसी, यूएसए।
स्रोत: द हिंदू