आईआईटी मद्रास ऊर्जा और जैव ईंधन के अनुसंधान पर एक्सॉनमोबिल (ExxonMobil) के साथ मिलकर कार्य करेगा। इस 5 साल के संयुक्त शोध समझौते में जैव ईंधन, डेटा एनालिटिक्स, गैस रूपांतरण और परिवहन पर ध्यान केंद्रित किया गया है और इसका उद्देश्य कम उत्सर्जन वाले समाधान की खोज करना है। एक्सॉनमोबिल रिसर्च एंड इंजीनियरिंग कंपनी (EMRE) ऊर्जा और जैव ईंधन पर शोध के लिए एक्सॉनमोबिल कॉरपोरेशन, एक प्रमुख वैश्विक तेल, प्राकृतिक गैस और पेट्रोकेमिकल्स कंपनी की अनुसंधान और इंजीनियरिंग शाखा है। एक्सॉनमोबिल कम्पनी दुनिया भर के 80 से अधिक विश्वविद्यालयों के साथ काम करती है।
चीन और ब्राजील के बाद, भारत प्रति वर्ष 230 मिलियन टन से अधिक की अधिशेष क्षमता वाला विश्व स्तर पर कृषि-अवशेषों का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। भारत सरकार की ‘नई जैव ईंधन नीति’ से जल्द ही भारत की विशाल जैव ईंधन क्षमता जारी होने की उम्मीद है जिसका उद्देश्य देश के जैव ईंधन उद्योग को $15.6 बिलियन की अर्थव्यवस्था में बदलना है।
उपरोक्त समाचार से IBPS RRB Main 2019 परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- एक्सॉनमोबिल के अध्यक्ष और सीईओ: डैरेन डब्ल्यू वुड्स।
- एक्सॉनमोबिल का मुख्यालय: टेक्सास, संयुक्त राज्य।
स्रोत: द हिंदू