केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, कौशल विकास और उद्यमिता व जल शक्ति राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने आईआईटी मद्रास द्वारा विकसित ‘निवेशक सूचना और विश्लेषण प्लेटफॉर्म’ को जारी किया। यह प्लेटफॉर्म सभी हितधारकों के लिए वेंचर कैपिटलिस्ट (वीसी) और निवेशकों के नेटवर्क, सरकारी योजनाओं व स्टार्टअप क्षेत्र के कई अन्य घटकों तक सुगम तरीके से पहुंचने को लेकर स्टार्टअप्स के लिए एक वन-स्टॉप शॉप के रूप में कार्य करेगा।
विभिन्न स्तरों पर जानकारी को एकीकृत करके यह प्लेटफॉर्म उद्यमियों के लिए सरकारी एजेंसियों, इनक्यूबेटरों, निवेशकों, वीसी और बैंकों, जो स्टार्टअप में निवेश करते हैं, के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए वन-स्टॉप शॉप भी है।
मुख्य बिंदु
- इस प्लेटफॉर्म को आईआईटी- मद्रास के सेंटर फॉर रिसर्च ऑन स्टार्ट-अप्स एंड रिस्क फाइनेंसिंग (सीआरईएसटी) के शोधकर्ताओं ने विकसित किया है। इससे स्टार्टअप संस्थापकों, उद्यमियों व युवा भारतीयों को काफी सहायता मिलेगी, जो भारत और विश्व के लिए अपने खुद के उपकरण, सेवाएं और प्लेटफॉर्म का निर्माण करने का संकल्प रखते हैं।
- इस अनूठे प्लेटफॉर्म की एक महत्वपूर्ण विशेषता “स्टार्टअपजीपीटी” है, जो एक एआई-आधारित संवाद प्लेटफॉर्म है, जिसका कार्य उन लोगों के लिए सूचना पहुंच को आसान बनाने में सहायता करना है, जो संपूर्ण डेटा नेविगेट कर रहे हैं। कोई उपयोगकर्ता रियल टाइम में वांछित जानकारी तक पहुंचने के लिए सरल भाषा में सवाल पूछ सकेंगे। इस प्लेटफॉर्म की स्थिरता के लिए बहुत ही मामूली लागत पर पूरी पहुंच प्रदान की जाएगी, जिससे अधिकतम उद्यमी इस संसाधन से लाभान्वित हो सकें।
- इस प्लेटफॉर्म के पास 2,00,000 से अधिक स्टार्ट-अप्स, लगभग 11,000 प्रमुख निवेशकों व 5,000 वीसी, लगभग 1000 इनक्यूबेटर, 100 से अधिक सरकारी एजेंसियां जो स्टार्ट-अप का वित्तीय पोषण करती हैं और लगभग 550 बैंकों, जिन्होंने स्टार्ट-अप का समर्थन किया है, के बारे में जानकारी है।
- आईआईटी- मद्रास ने प्लेटफॉर्म विकसित करने के लिए अपने एक इनक्यूबेटी स्टार्ट-अप वाईएनओएस वेंचर इंजन के साथ साझेदारी की है। यह तकनीकी साझेदारी निजी क्षेत्र के उद्यम की ताकत का लाभ लेने के साथ यह सुनिश्चित करती है कि प्लेटफॉर्म अप-टू-डेट है और उपयोगकर्ताओं के लाभ के लिए चौबीसों घंटे उपलब्ध है।