भारत जिम्मेदार कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अपनी नेतृत्व स्थिति को लगातार मजबूत कर रहा है। इसी कड़ी में, आईआईटी मद्रास और इंडिया एआई मिशन मिलकर चेन्नई में ग्लोबल एआई कॉन्क्लेव का आयोजन कर रहे हैं। 11 दिसंबर को प्रस्तावित यह कार्यक्रम, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा परिभाषित सुरक्षित, विश्वसनीय और समावेशी एआई विकास के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा। यह आयोजन आगामी इंडिया-एआई इम्पैक्ट समिट 2026 का पूर्वाभ्यास भी है, जो एआई शासन और नवाचार पर दुनिया के सबसे प्रमुख मंचों में से एक है।
जैसे-जैसे दुनिया भर के देश AI को तेज़ी से अपना रहे हैं, सुरक्षा, जवाबदेही और नैतिक इस्तेमाल को लेकर चिंताएँ पहले से कहीं ज़्यादा ज़रूरी हो गई हैं। भारत, अपने बड़े डिजिटल इकोसिस्टम और पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ, ऐसे फ्रेमवर्क बनाने पर काम कर रहा है जो विश्व स्तर पर इंटरऑपरेबल हों और साथ ही स्थानीय ज़रूरतों के हिसाब से भी हों, खासकर अलग-अलग सामाजिक-आर्थिक और भाषाई संदर्भों के लिए। चेन्नई कॉन्क्लेव इसी रणनीतिक सोच को दिखाता है, जो उच्च-स्तरीय AI सिद्धांतों को व्यावहारिक, लागू करने योग्य गवर्नेंस टूल्स में बदलने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
कॉन्व्लेव में मुख्य वक्ताओं के सत्र, विशेषज्ञ पैनल, और कार्यात्मक चर्चा समूह शामिल होंगे — जिनका केंद्र बिंदु विश्वास, नवाचार और समानता पर आधारित एआई पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है।
मुख्य उद्देश्य यह समझना है कि वर्तमान एआई सुरक्षा दिशानिर्देश—जो अक्सर सैद्धांतिक या व्यापक होते हैं—को कैसे व्यावहारिक और सांस्कृतिक रूप से उपयुक्त नियमों और शासन मॉडलों में बदला जाए।
कॉन्व्लेव में एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव एआई सेफ्टी कॉमन्स का है—एक साझा वैश्विक ढांचा, जिसमें शामिल होंगे:
साझा डेटा सेट
बेंचमार्किंग उपकरण
ओपन सोर्स गवर्नेंस संसाधन
इसका उद्देश्य विकासशील देशों और शोध संस्थानों को सुरक्षित और विश्वसनीय एआई निर्माण में सक्षम बनाना है।
चर्चा इस बात पर केंद्रित होगी कि एआई ढांचे ऐसे हों जो:
सीमाओं के पार अपनाने योग्य हों
भारत की आवश्यकताओं के अनुरूप हों
सार्वजनिक क्षेत्र में एआई उपयोग को मजबूत करें
उद्योग और शिक्षा जगत में नैतिक नवाचार को प्रोत्साहित करें
इस कार्यक्रम में भाग लेंगे:
सरकारी नीति-निर्माता
उद्योग जगत के नेता और एआई नवोन्मेषक
शैक्षणिक विशेषज्ञ व शोधकर्ता
नागरिक समाज प्रतिनिधि
यह विविध सहभागिता सुनिश्चित करेगी कि चर्चाएँ वास्तविक चुनौतियों और अवसरों को प्रतिबिंबित करें।
चेन्नई का यह कॉन्क्लेव, 15–20 फरवरी 2026 को भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित होने वाली इंडिया-एआई इम्पैक्ट समिट का आधार तैयार करेगा। पहली बार यह वैश्विक मंच ग्लोबल साउथ में आयोजित होगा, जिससे एआई शासन और नवाचार में भारत की प्रमुख भूमिका स्पष्ट होती है।
आईआईटी मद्रास और इंडिया एआई मिशन चेन्नई में ग्लोबल एआई कॉन्क्लेव आयोजित करेंगे।
फोकस: सुरक्षित, विश्वसनीय और समावेशी एआई विकास।
यह आयोजन इंडिया-एआई इम्पैक्ट समिट 2026 का पूर्वाभ्यास है।
चर्चा में एआई शासन, एआई सेफ्टी कॉमन्स, और वैश्विक–स्थानीय संतुलित ढांचे शामिल होंगे।
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