इंडियन सिनेमा के सबसे बड़े फिल्म फेस्टिवल का समापन हो गया है। ये अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का 53वां समारोह था, जो कि 20 नवंबर से शुरू हुआ था। इस साल यह समारोह गोवा में आयोजित किया गया। जिसमें 79 देशों से 280 फिल्में दिखाई गईं। बता दें कि इस समारोह का उद्घाटन इनफार्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग मिनिस्टर अनुराग ठाकुर ने किया था। इस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का इंडिया में हिंदी सहित अलग-अलग भाषाओं की फिल्मों का प्रीमियर भी किया गया। वहीं अब इसके समापन समारोह में बॉलीवुड की बड़ी हस्तियां शामिल हुई हैं।
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बॉलीवुड सेलिब्रिटीज में आयुष्मान खुराना, आशा पारेख, मानुषी छिल्लर, ईशा गुप्ता, राणा दग्गुबती, आनंद राय के साथ-साथ कई बड़ी हस्तियां इस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में शामिल हुई है। अक्षय कुमार सहित साउथ के सुपरस्टार चिरंजीवी भी इस समारोह में शामिल हुए। वहीं चिरंजीवी को इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर के अवाॅर्ड से सम्मानित भी किया गया है।
इस महोत्सव की सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए प्रतिष्ठित गोल्डन पीकॉक पुरस्कार स्पेनिश फिल्म टैंगो सुएनोस इलेक्ट्रिक /आई हैव इलेक्ट्रिक ड्रीम्स ने जीता है। ज्यूरी के अनुसार यह एक ऐसी फिल्म है जिसमें सिनेमा के वर्तमान और भविष्य को पर्दे पर पेश किया गया है। कोस्टा रिका की फिल्मकार वेलेंटीना मौरेल द्वारा निर्देशित इस फिल्म में 16 वर्षीया लड़की ईवा के वयस्क होने का अद्भुत चित्रण किया गया है। यह केवल उम्र बढ़ने की प्रक्रिया से संबद्ध नहीं है, बल्कि यह एक अत्यंत गहन प्रक्रिया है,जो अक्सर व्यक्ति को अंदर से एक तरह से पूरी तरह तोड़ सकती है।
ईरानी लेखक और निर्देशक नादेर सैइवर को “नो एंड” के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के सिल्वर पीकॉक से सम्मानित किया गया है। यह फिल्म ईरान की प्रतिगामी सामाजिक-राजनीतिक व्यवस्था का चमत्कारिक और सूक्ष्म चित्रण है। ईरान की खुफिया पुलिस की चालाकी और चालबाजी को दर्शाने वाली तुर्की की फिल्म, नो एंड/बी पायन, में अयाज की कहानी का चित्रण है, जो एक ईमानदार व्यक्ति है और जो अपने घर को बचाने की कोशिश में एक झूठ के कारण खुफिया पुलिस के चक्कर में पड़ जाता है। जब असली खुफिया पुलिस सामने आती है, तो हालात और भी जटिल हो जाते हैं।
इफ्फी ने एथेंस की निर्देशक असिमिना प्रोएड्रो को फिल्म बिहाइंड द हेस्टैक्स के लिए निर्देशक की सर्वश्रेष्ठ पहली फीचर फिल्म के पुरस्कार से सम्मानित किया। इस महोत्सव में इस फिल्म का अंतरराष्ट्रीय प्रीमियर हुआ था। यह कहानी दर्शकों को एक ऐसे व्यक्ति, उसकी पत्नी और उसकी बेटी की यात्रा में भाग लेने के लिए आमंत्रित करती है, जिन्हें संकट आने पर पहली बार अपने कर्मों की कीमत अदा करने के लिए सामना करना पड़ रहा है।