भारतीय वायु सेना (IAF) इस साल अक्टूबर-नवंबर में ‘तरंग शक्ति’ नामक अपने पहले बहु-राष्ट्रीय हवाई अभ्यास की मेजबानी करने के लिए तैयार है। संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों की भागीदारी के साथ, इस अभ्यास का उद्देश्य सैन्य सहयोग को मजबूत करना और रणनीतिक गठबंधनों को बढ़ावा देना है। ‘तरंग शक्ति’ के भारत द्वारा आयोजित अब तक का सबसे बड़ा बहु-राष्ट्रीय वायु अभ्यास होने की उम्मीद है, जो वैश्विक जुड़ाव के लिए भारतीय वायुसेना की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
‘तरंग शक्ति’ के उद्देश्य और महत्व
‘तरंग शक्ति’ अभ्यास भारतीय वायु सेना और भाग लेने वाले देशों के लिए सर्वोपरि महत्व रखता है। इसके उद्देश्य हैं:
- भाग लेने वाली वायु सेनाओं के बीच सैन्य सहयोग को मजबूत करना।
- संयुक्त अभियानों में अंतःक्रियाशीलता और तालमेल बढ़ाना।
- सर्वोत्तम प्रथाओं और सीखे गए सबक का आदान-प्रदान करें।
- क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित करें।
- विश्वास का निर्माण करें और रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा दें।
भाग लेने वाले राष्ट्र और भूमिकाएं
‘तरंग शक्ति’ में छह देशों की सक्रिय भागीदारी होने की उम्मीद है, जबकि अन्य छह पर्यवेक्षक के रूप में भाग लेंगे। अभ्यास का उद्देश्य दुनिया भर से वायु सेनाओं की एक विविध श्रृंखला को एक साथ लाना है: संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया। अन्य प्रतिभागियों पर अभी फैसला नहीं किया गया है।
फोकस क्षेत्र और प्रशिक्षण परिदृश्य
व्यापक प्रशिक्षण और सहयोग सुनिश्चित करने के लिए, ‘तरंग शक्ति’ विभिन्न फोकस क्षेत्रों और प्रशिक्षण परिदृश्यों को कवर करेगा:
- लड़ाकू अभियान:
a. एकीकृत लड़ाकू अभियान।
b. एयर-टू-एयर एंगेजमेंट और सिम्युलेटेड डॉगफाइट।
c. आक्रामक और रक्षात्मक काउंटर-एयर ऑपरेशन। - परिवहन विमान संचालन:
a. एयरलिफ्ट और एयर-ड्रॉप मिशन।
b. गठन उड़ान और सामरिक युद्धाभ्यास।
c. हवाई रसद में अंतःक्रियाशीलता। - संयुक्त अभ्यास:
a. जमीनी बलों के साथ एयर-टू-ग्राउंड समन्वय।
b. खोज और बचाव अभियान।
c. मानवीय सहायता और आपदा राहत अभ्यास।
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण बातें
- भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान हैं।
- विवेक राम चौधरी भारत के वायु सेना प्रमुख हैं।
- भारत के पास दुनिया की चौथी सबसे बड़ी और तीसरी शक्तिशाली वायु सेना है।