भारतीय वायु सेना (IAF) ने वायु सेना स्टेशन (AFS) अंबाला स्थित 17 स्क्वाड्रन ‘गोल्डन एरो’ को पुन: शुरू किया है, यह राफेल लड़ाकू जेट के पहले स्क्वाड्रन का संचालन करेगा। इस अवसर पर एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ ने स्टेशन कमांडर ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह को स्मृति चिन्ह भेंट की।
स्क्वाड्रन का गठन उड़ान लेफ्टिनेंट डी एल स्प्रिंगेट की कमान के तहत 01 अक्टूबर 1951 को अंबाला में किया गया था और फिर इसे हार्वर्ड- II बी विमान से लैस किया गया था। तत्कालीन विंग कमांडर बीएस धनोआ की कमान के तहत, गोल्डन एरो ने 1999 में ऑपरेशन सफदर सागर में सक्रिय रूप से भाग लिया। 31 दिसंबर, 2011 को रूसी मिग -21 जेट्स के बाद स्क्वाड्रन को ‘नंबर प्लेटेड’ किया गया था। दशकों से पुराने विमानों को सेवा से बाहर करने की IAF की दीर्घकालिक योजना थी और तब से नए प्रेरणों की प्रतीक्षा थी।
उपरोक्त समाचार से RRB NTPC/IBPS RRB Main परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- भारतीय वायु सेना का आदर्श वाक्य: नभः स्पृशं दीप्तम् (आप का रूप आकाश तक दमक रहा है”.).
स्रोत: द हिंदू