हैदराबाद का एनटीआर स्टेडियम राष्ट्रीय पुस्तक मेले के 36वें संस्करण की मेजबानी कर रहा है। हैदराबाद बुक फेयर सोसाइटी द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम 9 फरवरी को शुरू हुआ। पुस्तक मेला 19 फरवरी तक चलेगा। शहर के कोने-कोने से ग्रंथप्रेमियों (किताबों को पसंद करने वाले और संग्रह करने वाले लोग) को आकर्षित करने वाला यह मेला एक बहुप्रतीक्षित वार्षिक आयोजन है।
विविध शोकेस
- 365 स्टालों में साहित्य की सुविधा है, जिनमें से 115 विशेष रूप से तेलुगु कार्यों के लिए समर्पित हैं।
- विभिन्न राज्यों के प्रकाशक कई भाषाओं में कार्य प्रस्तुत करते हैं।
- कॉमिक्स, ड्राइंग किताबें, जीवनियां, सभी शैलियों की कथा, शास्त्रीय साहित्य और उपन्यास सहित सभी प्रकार की किताबें प्रदर्शन पर हैं।
पढ़ने की संस्कृति को पुनर्जीवित करना
- मेले का उद्देश्य पढ़ने की संस्कृति को पुनर्जीवित करना है।
- इस तरह के आयोजन उस लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण कदम हैं।
- बड़ी भीड़ की प्रत्याशा साहित्य में समुदाय की रुचि को दर्शाती है।
साहित्यिक प्रतीकों का सम्मान
- इस स्थल का नाम नागरिक अधिकार कार्यकर्ता गद्दार के नाम पर रखा गया है।
- मंच पर संस्कृत और तेलुगु के प्रसिद्ध विद्वान रव्वा श्रीहरि का नाम है।
- प्रदर्शनी परिसर में तेलंगाना के शहीदों के सम्मान में एक स्मारक बनाया गया है।
रोमांचक साहित्यिक कार्यक्रम
- शाम 6 बजे के सत्र में विभिन्न साहित्यिक कार्यक्रम होंगे।
- आयोजनों में सेमिनार, साहित्यिक योगदान की खोज, आलोचकों के साथ साक्षात्कार और महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चाएँ शामिल हैं।
आगंतुक का आनंद
- आगंतुक स्टालों की खोज और तेलुगु साहित्य की खोज में आनंद व्यक्त करते हैं।
- विक्रेता पुस्तक प्रेमियों के साथ बातचीत करने के अवसर की सराहना करते हैं।