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हैदराबाद पहली बार फॉर्मूला ई वर्ल्ड चैंपियनशिप रेस की मेजबानी करेगा

फॉर्मूला ई रेस का आयोजन अगले साल 11 फरवरी को पहली बार भारत में होगा जब हैदराबाद रेस की मेजबानी करेगा। आयोजकों ने इसकी पुष्टि की। बुद्ध अंतरराष्ट्रीय सर्किट में अक्तूबर 2013 में फॉर्मूला वन इंडियन ग्रां प्री के आयोजन के बाद देश में यह पहली बड़ी अंतरराष्ट्रीय रेस होगी जो हैदराबाद में आयोजित की जाएगी।

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भारत के अलावा ब्राजील भी 25 मार्च को पहली बार फॉर्मूला ई रेस की मेजबानी करेगा। फॉर्मूला ई और मोटरस्पोर्ट्स की संचालन संस्था फिया ने आगामी नौवें सत्र (2022-23) का अस्थायी कार्यक्रम जारी किया। चैंपियनशिप का चौथा दौर भारत के हैदराबाद में 11 फरवरी को होगा जबकि ब्राजील के प्रशंसक 25 मार्च को सातवें दौर में साओ पाउलो ई-प्री देख पाएंगे।

 

प्रमुख बिंदु

 

  • सरकार का लक्ष्य फॉर्मूला ई वर्ल्ड चैंपियनशिप की मेजबानी करके हैदराबाद को दुनिया के शीर्ष शहरों में से एक बनाना है।
    यह आयोजन जलवायु के अनुकूल होगा क्योंकि यह एक शुद्ध शून्य-कार्बन खेल है।
  • 11 फरवरी को हैदराबाद रेस सीजन की चौथी रेस होगी, फॉर्मूला ई के सीजन 9, पहले तीन में मेक्सिको सिटी और रियाद शामिल हैं।
  • ऑनलाइन बुकिंग के लिए कुल 22,500 टिकट उपलब्ध होंगे।
  • दुनिया की सबसे तेज, सबसे हल्की, सबसे शक्तिशाली और सबसे कुशल इलेक्ट्रिक रेस कार, ‘द जेन3’ हैदराबाद आ रही है जो फॉर्मूला ई वर्ल्ड चैंपियनशिप का मुख्य आकर्षण है।
  • इसी साल तेलंगाना सरकार और फॉर्मूला ई अधिकारियों ने हैदराबाद में रेस की मेजबानी के लिए लैटर ऑफ इंटेंट पर हस्ताक्षर किए थे।

 

फार्मूला ई रेसिंग की शुरुआत

फार्मूला ई रेसिंग की शुरुआत साल 2014 में हुई थी, जहां भारत की ओर से करुण चंडोक ने इस रेस में हिस्सा लिया था। बता दें कि यह एक इलेक्ट्रिक पावर्ड सिंगल सीटर चैंपियनशिप है, जिसे एफआईए द्वारा हाल में ही दर्जा दिया गया है। वहीं फार्मूला ई रेसिंग को ई प्रिक्स के नाम से भी जाना जाता है, जहां दुनिया के बड़े शहरों की सड़कों में इसका आयोजन होता है, दूसरी ओर फार्मूला ई रेसिंग के जरिये इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा मिलता है। वहीं भारत में इसका चौथा दौर हैदराबाद में होना है, जबकि सातवें दौर में फार्मूला ई रेसिंग का आयोजन ब्राजील के साओ पाउलो में होगा।

 

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vikash

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