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Holi पर देश में होगा 60 हजार करोड़ का कारोबार

होली 2025 ने एक बार फिर देशभर के व्यापारियों और व्यवसायों के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक अवसर प्रदान किया है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के अनुसार, इस वर्ष होली की बिक्री ₹60,000 करोड़ से अधिक होने की उम्मीद है, जो पिछले वर्ष के ₹50,000 करोड़ की तुलना में 20% की वृद्धि दर्शाती है। भारतीय निर्मित हर्बल रंग, गुलाल, पिचकारी, गुब्बारे, मिठाइयाँ, सूखे मेवे और पारंपरिक परिधानों की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, क्योंकि व्यापारी और ग्राहक चीनी उत्पादों का बहिष्कार जारी रखे हुए हैं। अकेले दिल्ली में होली से संबंधित कारोबार ₹8,000 करोड़ से अधिक होने का अनुमान है, जिससे स्थानीय व्यापार और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) क्षेत्र को भी मजबूती मिली है।

होली 2025 की बिक्री और बाज़ार प्रवृत्तियों के प्रमुख बिंदु:

  1. बढ़ता उपभोक्ता खर्च और त्योहारों पर बिक्री में उछाल

    • होली 2025 की बिक्री ₹60,000 करोड़ से अधिक होने की संभावना, जबकि 2024 में यह ₹50,000 करोड़ थी।
    • दिल्ली में ही होली से जुड़ा व्यापार ₹8,000 करोड़ से पार जाने की उम्मीद।
    • रंग, मिठाइयाँ, वस्त्र, एफएमसीजी उत्पादों और उपभोक्ता वस्तुओं की जबरदस्त मांग।
    • खुदरा और थोक बाजारों में भारी भीड़।
  2. चीनी उत्पादों का बहिष्कार और भारतीय वस्तुओं की मांग में वृद्धि

    • ग्राहक चीनी वस्तुओं के बजाय भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
    • हर्बल रंग, गुलाल, पिचकारी, गुब्बारे, चंदन, पूजन सामग्री और परिधान की मांग में वृद्धि।
    • स्थानीय व्यापारियों और MSME सेक्टर को बढ़ावा।
  3. त्योहारी परिधानों और एक्सेसरीज़ की मांग में उछाल

    • होली के लिए सफेद टी-शर्ट, कुर्ता-पायजामा और सलवार-सूट की ज़बरदस्त बिक्री।
    • “हैप्पी होली” स्लोगन वाली टी-शर्ट की भी भारी मांग।
    • वस्त्र और परिधान उद्योग में बिक्री में वृद्धि।
  4. होली मिलन आयोजनों की बुकिंग में वृद्धि

    • दिल्ली समेत कई बड़े शहरों में बड़े स्तर पर होली मिलन समारोह आयोजित।
    • दिल्ली में 3,000 से अधिक होली इवेंट आयोजित हो रहे हैं।
    • बैंक्वेट हॉल, फार्महाउस, होटल, रेस्तरां और सार्वजनिक पार्क पूरी तरह से बुक।
    • व्यावसायिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक संगठनों द्वारा होली मिलन का आयोजन।
  5. पिचकारी और होली उत्पादों की बढ़ती मांग

    • बाजारों में अनोखी और आकर्षक पिचकारियों की भरमार।
    • पिचकारियों की कीमतें:
      • प्रेशर पिचकारी: ₹100 से ₹350
      • टैंक वाली पिचकारी: ₹100 से ₹400
      • पाइप वाली फैंसी पिचकारियाँ भी ट्रेंड में।
    • स्पाइडर-मैन और छोटा भीम जैसे कार्टून थीम पिचकारियाँ बच्चों के बीच लोकप्रिय।
    • स्प्रे गुलाल की जबरदस्त मांग।
  6. मिठाई दुकानों पर रिकॉर्ड बिक्री

    • होली स्पेशल गुजिया और अन्य पारंपरिक मिठाइयों की भारी मांग।
    • उपहार देने के लिए सूखे मेवे, ड्राई फ्रूट माला और फेस्टिव गिफ्ट पैक की खरीदारी।
    • किराना और मिठाई दुकानों में बिक्री में बड़ा उछाल।
  7. दिल्ली के होली समारोह और बाजार की प्रवृत्तियाँ

    • होलिका दहन: 13 मार्च 2025
    • रंगों की होली: 14 मार्च 2025
    • दिल्ली के बाजारों में होली की थीम पर सजावट और विशेष वस्तुओं की उपलब्धता।
    • उपभोक्ताओं की बढ़ती भीड़ से बाजार में खरीदारी का रुझान मज़बूत।
    • मिठाई और सूखे मेवों के उपहार देने की परंपरा से व्यापार को बढ़ावा।
श्रेणी विवरण
क्यों चर्चा में? होली ने भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिया, व्यापारियों को ₹60,000 करोड़ की बिक्री की उम्मीद
अनुमानित होली बिक्री (2025) ₹60,000 करोड़ (2024 की तुलना में 20% वृद्धि)
दिल्ली का होली बाजार ₹8,000 करोड़ से अधिक
चीनी वस्तुओं का बहिष्कार उपभोक्ताओं ने भारतीय रंग, पिचकारी, मिठाई और वस्त्र को प्राथमिकता दी
उच्च मांग वाले उत्पाद हर्बल रंग, गुलाल, पिचकारी, गुब्बारे, मिठाई, सूखे मेवे, त्योहारों के परिधान
परिधानों की बढ़ती मांग सफेद टी-शर्ट, कुर्ता-पायजामा, सलवार-सूट, “हैप्पी होली” स्लोगन वाली टी-शर्ट
होली मिलन कार्यक्रमों की बुकिंग दिल्ली में 3,000+ होली मिलन समारोह, बैंक्वेट हॉल, फार्महाउस, पार्क फुल बुक
पिचकारी की कीमतें ₹100 से ₹400 (लोकप्रिय पात्र: स्पाइडर-मैन, छोटा भीम)
होली की विशेष मिठाइयाँ गुजिया, ड्राई फ्रूट माला, गिफ्ट हैंपर की भारी मांग
दिल्ली में होली के आयोजन तिथियाँ होलिका दहन: 13 मार्च 2025; रंगों की होली: 14 मार्च 2025
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