बोरीवली की तंग गलियों से लेकर दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट मैदानों तक, रोहित शर्मा की कहानी प्रतिभा, मेहनत और अद्भुत उपलब्धियों से भरी हुई है। अपने आकर्षक बल्लेबाज़ी अंदाज़ और शांत स्वभाव के लिए पहचाने जाने वाले रोहित, भारत के सबसे प्रशंसित क्रिकेटरों में से एक हैं। आर. कौशिक द्वारा लिखित अ ट्रीटाइज़ फॉर द रिमार्केबल रोहित उनकी ज़िंदगी और करियर की कहानी को बेहद आत्मीय और व्यक्तिगत अंदाज़ में बयां करती है। यह किताब उनकी बड़ी जीतों के साथ-साथ उन चुनौतियों को भी उजागर करती है जिनका उन्होंने सामना किया। टीम के साथियों, कोचों और दोस्तों द्वारा साझा की गई यादों और किस्सों के ज़रिए यह पुस्तक क्रिकेट के इस सितारे के पीछे छिपे इंसान की सजीव तस्वीर प्रस्तुत करती है।
पुस्तक का सार
इस पुस्तक का सार यही है कि रोहित शर्मा की यात्रा केवल रिकॉर्ड्स की कहानी नहीं, बल्कि संघर्ष, धैर्य और क्रिकेट के प्रति अटूट प्रेम की प्रेरक गाथा है। अंडर-17 क्रिकेट से ही उनमें एक चमकदार भविष्य की झलक दिखने लगी थी। मुंबई की पारंपरिक बल्लेबाज़ी शैली के अनुशासन को अपनी प्राकृतिक प्रतिभा से जोड़ते हुए उन्होंने क्रिकेट को बेहद सहज बना दिया। मात्र 20 वर्ष की उम्र में वे भारतीय टीम में शामिल हुए और 2007 के टी20 विश्व कप (दक्षिण अफ्रीका) और 2008 की ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ में शानदार प्रदर्शन किया।
हालांकि, उनका सफर हमेशा आसान नहीं रहा। 2010 में टेस्ट डेब्यू से कुछ ही घंटे पहले टखने की चोट ने उन्हें बाहर कर दिया, और उन्हें नवंबर 2013 तक टेस्ट क्रिकेट का इंतज़ार करना पड़ा। 2011 विश्व कप से बाहर रहना भी उनके लिए एक बड़ा झटका था।
जब उन्हें अंततः टेस्ट में मौका मिला, तो उन्होंने अपने पहले दो मैचों में शतक लगाए। लेकिन टीम में स्थायी जगह बनाना आसान नहीं था। जनवरी 2013 में जब उन्हें वनडे में ओपनर बनाया गया, तब से उनका करियर नई ऊंचाइयों पर पहुंचा। अक्टूबर 2019 में उन्होंने टेस्ट में भी ओपनिंग शुरू की और इस प्रारूप में भी शीर्ष बल्लेबाज़ों में शुमार हो गए।
2022 में रोहित ने विराट कोहली से कप्तानी संभाली और सभी प्रारूपों में भारत का नेतृत्व किया। उनके नेतृत्व में भारत ने 2023 का वनडे विश्व कप फाइनल खेला, 2024 में टी20 विश्व कप जीता और 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी भी अपने नाम की। उनकी यह यात्रा इस बात का प्रतीक है कि धैर्य, संकल्प और खेल के प्रति प्रेम क्या कुछ हासिल करवा सकता है।
यह पुस्तक रोहित के रिकॉर्ड्स से परे जाकर उनके साथियों, कोचों और दोस्तों की बातों के ज़रिए उन्हें एक इंसान के रूप में भी सामने लाती है — एक ऐसा इंसान जो जीत या हार में कभी घमंडी नहीं हुआ और हमेशा जमीन से जुड़ा रहा।
लेखक – आर. कौशिक
आर. कौशिक भारत के सबसे सम्मानित क्रिकेट लेखकों में से एक हैं। दशकों से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को कवर किया है, भारतीय टीम के साथ कई दौरों पर गए हैं, और विश्लेषण तथा कहानी कहने की अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं। इस किताब में उन्होंने रोहित शर्मा के जीवन को सिर्फ आंकड़ों के ज़रिए नहीं, बल्कि उनके करीबी लोगों की ज़ुबानी एक आत्मीय, प्रेरणादायक और भावनात्मक रूप में प्रस्तुत किया है — जो हर क्रिकेट प्रेमी के दिल को छूने वाला है।


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